गांव में महापर्व का है आलम
अपने लाल को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए कोषाफलिया गांव सज-धज कर तैयार है. हर कोई गांव को साफ-सुथरा करने में व्यस्त है. घरों का रंग रोगन किया गया है. गांव में महापर्व का आलम है. गांव में जगह-जगह झालर टंगे हैं. शहीद के नाम पोस्टर सटे हैं. गांव की सड़क चमचमा गई है. वहीं स्मारक स्थल तक जाने का रास्ता भी दुरुस्त हो गया है. आज के दिन को लेकर हर कोई खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है. शहीद के गांव में मेला सा लगेगा. शहादत दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए संचालन समारोह के अध्यक्ष डॉ संजय गिरी समेत पूरी टीम जुटी हुई है. विधायक समीर मोहंती और उनकी टीम भी इस काम में जुटी हुई है.
बांसदा चौक पर बना है शहीद गणेश हांसदा की प्रतिमा
राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 18 के किनारे स्थित बांसदा चौक पर शहीद गणेश हांसदा की प्रतिमा लगायी गयी है. इसे संपूर्ण मानवता कल्याण संघ के अध्यक्ष डॉ संजय गिरी द्वारा स्थापित किया गया है. शहीद के भाई दिनेश हांसदा द्वारा अपने शहीद भाई की याद में लगभग 20 लाख की लागत से निर्मित खूबसूरत शहीद स्मारक स्थल का भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उद्घाटन करेंगे. गांव के मैदान में समारोह आयोजित होगा. भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है. कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था का निरीक्षण उपायुक्त विजया जाधव ने किया.
आदिवासी परंपरा से होगा स्वागत
यहां के ग्रामीण आदिवासी परंपरा के मुताबिक अतिथियों का भव्य स्वागत करेंगे. इस अवसर पर रक्तदान शिविर भी लगाया जा रहा है. साथ ही शहीद गणेश हांसदा पर निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई जाएगी. आज का आयोजन “जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं, वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं”, का संदेश देगा.
रिपोर्ट : प्रतिनिधि,बरसोल