कर्ज लेकर की थी खेती
पीड़ित किसान पप्पू सिंह ने बताया कि रात लगभग 11 बजे हाथियों के झुंड ने अचानक दस्तक दिया. हाथियों के चिग्घाड़ने से किसान सहम गये. किसी तरह यहां से निकले. हाथियों का झुंड दीवार को ध्वस्त कर बाड़ में घुस गये और फसलों को रौंद दिया. इस कारण किसानों को करीब पांच लाख रुपये का नुकसान की संभावना है. पीड़ित किसान पप्पू सिंह ने बताया कि बाजार से ब्याज पर रुपया लेकर खेत में लगाया था, लेकिन हाथियों के उत्पात से उन्हें भारी आर्थिक हानि हुई है.
वन विभाग ने किया नुकसान का मुआयना
बाद में हाथियों का यह झुंड निमाटांड़ के संस्कृत मध्य विद्यालय की दीवार को क्षतिग्रस्त कर एमडीएम के चावल, दाल, आलू समेत अन्य समान को नष्ट कर दिया. प्रधानाचार्य बाबूलाल कुशवाहा ने बताया कि बीती रात 25-30 की संख्या में हाथियों का झुंड राजदह जंगल की ओर से आकर विद्यालय को क्षतिग्रस्त कर दिया. कमरे में रखे आलू, दाल, प्याज आदि को चट कर गया. इनमें लगभग 30 से 40 हजार का नुकसान हुआ है. घटना की सूचना पाकर वन विभाग की टीम पहुंची और हाथियों को खदेड़ा. सूचना पाकर सरिया मध्य जिप सदस्य किसानों के खेत पहुंचकर क्षति का जायजा लिया. उन्होंने वन विभाग से बातचीत कर उचित मुआवजा दिलाने तथा हाथियों को गिरिडीह जिला क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है. पीड़ितों ने भी सरिया सीओ और वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी से बात कर उचित मुआवज़ा की मांग की है.
Also Read: रांची की 76 एकड़ जमीन पर बनेगी झारखंड मेडिको सिटी, सीएम हेमंत सोरेन ने अधिकारियों संग की हाई लेवल मीटिंग
आवेदन अग्रसारित किये जा रहे
वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों के उत्पात से प्रभावित लोगों के आवेदन लेकर सीनियर पदाधिकारियों के पास उचित मुआवजा के लिए भेजा जा रहा है. वन क्षेत्र पदाधिकारी ने कहा कि हाथियों का झुंड अभी भी पास के जंगल में है. इसलिए स्थानीय लोगों को सतर्क रहना चाहिए. हालांकि, हाथियों को भगाने के लिए विशेष टीम बुलायी गयी है. विभागीय टीम हाथियों को क्षेत्र से भगाने का प्रयास कर रही है.