झारखंड में टिड्डी दल के हमले की आशंका, गढ़वा के कई प्रखंडों को किया गया अलर्ट

श्रीबंशीधर नगर (गढ़वा) : झारखंड में कभी भी टिड्डी दल का हमला हो सकता है. इसे लेकर गढ़वा जिले के कई प्रखंडों को अलर्ट किया गया है. अनुमण्डल क्षेत्र में टिड्डी दल पहुंचने से पहले अनुमंडल पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया है.

By Panchayatnama | May 30, 2020 7:55 AM
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श्रीबंशीधर नगर (गढ़वा) : झारखंड में कभी भी टिड्डी दल का हमला हो सकता है. इसे लेकर गढ़वा जिले के कई प्रखंडों को अलर्ट किया गया है. अनुमण्डल क्षेत्र में टिड्डी दल पहुंचने से पहले अनुमंडल पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया है.

टिड्डी दल कभी भी कर सकता है प्रवेश

अनुमंडल पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण ने टिड्डी दल के हमले की आशंका को देखते हुए सभी को सतर्क रहने को कहा है. उन्होंने कहा है कि अनुमंडल क्षेत्र में टिड्डी दल कभी भी प्रवेश कर सकता है. ऐसे में फसलों की सुरक्षा को लेकर एहतियात बरतने की जरूरत है. उन्होंने फसलों को टिड्डी के प्रभाव से बचाने के लिए स्प्रे और कीटनाशक दवाओं का पर्याप्त मात्रा में छिड़काव कराने का निर्देश दिया है.

बीडीओ को दिया गया है निर्देश

टिड्डी दल अन्य क्षेत्रों में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. अनुमंडल में भी इसकी आशंका को देखते हुए कृषि विभाग के जिम्मेवार लोगों को इस संबंध में पूरी जानकारी देकर किसानों को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा. अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि टिड्डी के प्रभाव से फसलों को बचाने के लिए किसान स्वयं स्प्रे व कीटनाशक दवा का फसलों पर छिड़काव करें. उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वे फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करायें.

फसलों को काफी क्षति होने की आशंका

किसानों को भी अपनी फसल के बचाव को लेकर जागरूक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है. एसडीओ कमलेश्वर नारायण ने कहा कि टिड्डी द्वारा पौधों के हरे हिस्से व उसमें लगे फल, सब्जी व अन्य भाग को खाकर फसल को बर्बाद कर दिया जाता है. इससे किसानों की फसलों को काफी क्षति होने की आशंका है.

विशेषज्ञों से सलाह लेकर करें छिड़काव

एसडीओ ने किसानों से एक साथ इकट्ठा होकर टीन के डिब्बे या थाली बजाने, मिट्टी वाले क्षेत्रों में खेतों में जलभराव अथवा धुंआ करने, मैलाथियान, फिप्रोनिल, इमिडा क्लोरपीड, क्यूनालफास या क्लोरपाइरीफास में से किसी एक दवा का विशेषज्ञों से जानकारी लेकर छिड़काव कराने की अपील की है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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