0 5 फरवरी को मंगल ग्रह मकर राशि में प्रवेश करेंगे, इसके साथ ही 11 फरवरी को शनि अस्त हो रहे हैं और 12 फरवरी को शुक्र भी मकर राशि में आए जाएंगे. 13 फरवरी को ग्रहों के राजा सूर्य और 20 फरवरी को ग्रहों के राजकुमार बुध भी कुंभ राशि में आ जाएंगे. ऐसे में मकर और कुंभ राशि में त्रिग्रही योग बन रहा है, इसके साथ ही शुक्र और बुध की युति से लक्ष्मी नारायण योग, शुक्र और मंगल की युति से धन शक्ति योग और सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य जैसे शुभ योगों का निर्माण हो रहा है.
बुध अस्त 2024
बुध ग्रह 8 फरवरी 2024 को रात 09 बजकर 17 मिनट पर धनु राशि में अस्त होंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में बुध की स्थिति खराब हो त्वचा संबंधी विकार, शिक्षा में एकाग्रता की कमी और लेखन कार्य में समस्या आती है. कमजोर बुध बार-बार धन की हानि भी कराता है. वहीं बुध के शुभ प्रभाव से बुद्धि तेज होती है साथ ही व्यापार, संचार और शिक्षा में उन्नति मिलती है.
शुक्र गोचर 2024
सौंदर्य, सुख, विलासता के कारक शुक्र ग्रह 12 फरवरी 2024 को सुबह 04 बजकर 41 मिनट पर शनि की राशि मकर में प्रवेश करेंगे. सूर्य इस समय मकर राशि में विराजमान हैं. 13 फरवरी, 2024 को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. वहीं शुक्र ग्रह का गोचर भी 7 मार्च को होगा. शुक्र भी इस दौरान मकर से कुंभ राशि में गोचर करेंगे. इस तरह से कुंभ राशि में सूर्य और शुक्र की युति होगी. सूर्य और शुक्र के एक साथ कुंभ राशि में होने से इन दोनों की युति बनती है. जिससे कई राशियों को सबसे ज्यादा लाभ होने वाला है.
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शनि अस्त 2024
कर्मफल दाता शनि 11 फरवरी 2024 को देर रात 01 बजकर 55 मिनट पर कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं. शनि देव जब अस्त होते हैं, तो जमीन से जुड़ी चीजों जैसे तेल, लोहा, भूमि, लकड़ी आदि से जुड़े कारोबार पर बुरा असर पड़ता है. करियर और कामकाज में परेशानियां बढ़ जाती हैं. राजनीति या प्रशासन से जुड़े लोगों को भी गंभीर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
सूर्य गोचर 2024
ग्रहों के राजा सूर्य 13 फरवरी 2024 को दोपहर 03.31 मिनट पर शनि की राशि कुंभ में गोचर करेंगे. फरवरी महीने में सूर्यदेव कुंभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जहां पर पहले से ही शनिदेव विराजमान हैं. शनि-सूर्य की युति से कुछ राशियों को बेहद शुभ फल मिलेंगे. जीवन में सफलता और मान-सम्मान के कारक ग्रह सूर्य अभी मकर राशि में उपस्थित हैं.