बरेली में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ हिंदू शक्ति दल के नेता ने दायर किया परिवाद, बतायी यह वजह

UP Chuanv 2022: सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ बरेली में हिन्दू शक्ति दल के नेता ने परिवाद दायर किया है. इस मामले में अब 12 दिसंबर को वादी का बयान दर्ज किया जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 9, 2021 11:51 PM
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UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ हिंदू शक्ति दल के प्रवक्ता एडवोकेट वीरेंद्र पाल गुप्ता ने मंगलवार को एसीजेएम थर्ड कोर्ट में परिवाद दायर किया है. इस मामले में 12 दिसंबर को वादी के बयान दर्ज होंगे. अखिलेश य़ादव ने 31 अक्टूबर को हरदोई में जनसभा के दौरान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना का पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की तरह आजादी में योगदान की बात कही थी, जिस पर उनके खिलाफ यह परिवाद दायर किया गया है.

पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 31 अक्टूबर को जयंती थी. जयंती की अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश की आजादी में सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ ही मोहम्मद अली जिन्ना के भी योगदान की बात कही थी. इसके विरोध में कुछ सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया था. मगर, अब मंगलवार को हिंदू शक्ति दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट वीरेन्द्र पाल गुप्ता ने परिवाद दायर किया है.

परिवाद में कहा गया है कि मोहम्मद अली जिन्ना राष्ट्रीय आंदोलन के किरदार हो सकते हैं, लेकिन वह भारतीय नहीं हैं. इसीलिए वह 1913 में कांग्रेस को छोड़कर मुस्लिम लीग में शामिल हो गए थे. कुछ समय बाद ही मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की मांग कर दी. उनकी वजह से ही देश के दो हिस्से हो गए. ऐसे व्यक्ति की सपा नेता अखिलेश यादव ने सरदार पटेल से तुलना की है, जो बिल्कुल गलत है.

परिवाद में कहा गया है कि जिन्ना को लेकर अखिलेश यादव का बयान देश और राष्ट्रीयता का अपमान है. इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. यह बयान सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए दिया गया है. वहीं, इस मामले में एसीजेएम थर्ड ने सुनवाई को 12 दिसंबर की तिथि तय की है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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