विचारक संस्था एकीकृत स्वास्थ्य एवं कल्याण (आईएचडब्ल्यू) परिषद द्वारा पिछले सप्ताह आयोजित दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव को ध्यान में रखकर सार्थक बातचीत के लिए प्रमुख हितधारकों को एक मंच पर लाया गया.
कार्यक्रम में शामिल हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य पुरस्कार जैसी पहल हर किसी को अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और परिवारों तथा समुदायों के स्वास्थ्य का निर्माण करने के लिए प्रेरित करती है.
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कार्यक्रम के दौरान डिजिटल स्वास्थ्य, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन और एआई तथा ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों के स्वास्थ्य क्षेत्र में उपयोग पर चर्चा की गई. देश में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक सहयोग की भूमिका को रेखांकित करते हुए नीति आयोग की निदेशक (उपाध्यक्ष कार्यालय) डॉ उर्वशी प्रसाद ने कहा, भारत ने डिजिटल स्वास्थ्य में काफी प्रगति की है. हमें प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुलभ और किफायती स्वास्थ्य देखभाल की तरफ बढ़ने के दौरान डेटा सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है.
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