World Cup का आनंद लेने अगर पहुंचे हैं हैदराबाद तो इन जगहों पर घूमना न भूलें, वरना ट्रिप का मजा रह जाएगा अधूरा

World Cup 2023: वर्ल्ड कप 2023 का आगाज गुरुवार से हो गया है. दूसरा मैच हैदराबाद में 6 अगस्त को पाकिस्तान और नीदरलैंड के बीच खेला जाएगा. आप अगर इस मैच का आनंद लेने हैदराबाद पहुंचे हैं यहां के इन फेमस जगहों पर जरूर घूमने जाएं चलिए जानते हैं...

By Shweta Pandey | October 5, 2023 4:50 PM
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World Cup 2023: वर्ल्ड कप 2023 का आगाज गुरुवार से हो गया है. पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया. दूसरा मैच हैदराबाद में कल यानी 6 अगस्त को पाकिस्तान और नीदरलैंड के बीच खेला जाएगा. आप अगर इस मैच का आनंद लेने हैदराबाद पहुंचे हैं यहां के इन फेमस जगहों पर जरूर घूमने जाएं चलिए जानते हैं विस्तार से. वैसे तो हैदराबाद को ‘निज़ाम का शहर’ और ‘मोतियों का शहर’ के नाम से भी कहा जाता है. यहां सैर करने के लिए चार मीनार, हुसैन सागर लेक, रामोजी फिल्म सिटी, गोलकुंडा किला, कुतुब शाही मकबरा, नेहरू जू पार्क और चिलकुर बालाजी मंदिर है. जहां आपको जरूर घूमने जाना चाहिए.

चार मीनार (हैदराबाद)

5 अक्टूबर से विश्व कप 2023 का आगाज हो चुका है. पहला मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया. दूसरा मैच हैदराबाद में पाकिस्तान और नीरदलैंड टीम के बीच खेला जाएगा. आप अगर इस समय हैदाबाद में वर्ल्ड कप देखने पहुंचे हैं तो यहां के चार मीनार घूमने जा सकते हैं. इस मीनार की खासियत इसकी चार मीनारें और बालकनी है. इसके सबसे ऊपर के हिस्से में जाने के लिए आपको तकीह 149 घुमावदार सीढ़ियां चढ़नी होगी. इसके अंदर कई सुरंगे हैं जो चारमीनार के गोलकोंडा किले से जोड़ता है.

रामोजी फिल्म सिटी

हैदराबाद में 6 अक्टूबर को वर्ल्ड कप 2023 खेला जाएगा. हैदराबाद को ‘निज़ाम का शहर’ के नाम से भी जाना जाता है. यहां देखने के लिए रामोजी फिल्म सिटी है. इस हैदराबाद का दिल कहा जाता है. इसकी स्थापना टॉलीवुड के निर्माता रामोजी राव ने 1996 में की थी. जिनका उद्देश्य फिल्म प्रोडक्शन यूनिट्स के लिए एक ही छत के नीचे रिसोर्सेज और फैसिलिटी लाना था. रामोजी फिल्म सिटी, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल है. यह दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी है. अगर आप फिल्मों का शौक रखते हैं तो यहां जरूर घूमने जाएं, क्योंकि रामोजी फिल्म सिटी में आपको फिल्म बाहुबली की सेट देखने को मिल जाएगा. इसके अलावा यहां मूवी मैजिक, प्रिंसेस स्ट्रीट ऑफ लंदन और विंग्स, एग्जॉटिक बर्ड पार्क का आनंद उठा सकते हैं.

हुसैन सागर हैदराबाद

हैदराबाद और सिकंदराबाद के बीच हुसैन सागर झील है. यह शहर का सबसे खूबसूरत जगहों में से एक हा. इसे इब्राहिम कुली कुतुब शाह के शासनकाल के दौरान 1562 में मुसी नदी की एक सहायक नदी पर बनाया गया था. इस झील के बीच में बुद्ध पत्थर की मूर्ति स्थापित है. जो 16 मीटर में है. जो रात के वक्त दिखने में बेहद शानदार लगता है.

एनटीआर गार्डन हैदराबाद

हैदराबाद में घूमने के लिए सबसे बेस्ट प्लेस एनटीआर गार्डन (NTR Gardens) है. इसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनटी रामाराव की याद में बनाया गया है. एनटीआर मेमोरियल गार्डन हैदराबाद के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक है. यह पूरे 36 एकड़ में फैला है. एनटीआर गार्डन सोमवार दोपहर 2:30 बजे रात 8:30 बजे तक खुला रहता है. मंगलवार दोपहर 2:30 बजे – रात 8:30 बजे, बुधवार दोपहर 2:30 बजे – रात 8:30 बजे तक, गुरुवार दोपहर 2:30 बजे – रात 8:30 बजे, शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे – रात 8:30 बजे. शनिवार दोपहर 2:30 बजे – रात 8:30 बजे और रविवार/छुट्टियाँ दोपहर 12:30 बजे – रात 8:30 बजे खुला रहा है. अगर आपने यहां नहीं घूमना तो समझिए कि आपने हैदराबाद नहीं देखा.

गोलकुंडा किला

अपने ऐतिहासिक स्थलों और इमारतों के लिए मशहूर हैदराबाद में गोलकुंड किला है. जो सबसे प्रसिद्ध है. यह पर्यटन स्थल हैदराबाद के देश विदेश के पर्यटकों के बीच काफी फेमस है. इस किले का निर्माण यूसुफजाही द्वारा किया गया था. यूसुफजाही, जिनका पूरा नाम मोहम्मद कुली कुतुब शाह था, उस समय हैदराबाद दक्षिण भारत के कुतुब शाही राजवंश के सुल्तान थे. उन्होंने गोलकुंडा किला की नींव रखी और इसे 16वीं सदी में बनवाया. फिलहाल अभी यह पूरी तरह से खंडहर हो चुका है.

कुतुब शाही मकबरे

हैदराबाद में अगर आप इस समय हैं तो कुतुब शाही मकबरे जरूर घूम जाएं. यह जगह वास्तव में बेहद खूबसूरत है. हालांकि अभी यह खंडहर हो चुका है. लेकिन इसके बावजूद भी यह पर्यटकों के बीच काफी फेमस है. कुतुब शाही मकबरे को कुतुब शाही वंश के सुल्तानों द्वारा बनाया गया है. यह हैदराबाद की धरोहर का एक हिस्सा है.

मक्का मस्जिद

अगर आप हैदराबाद में हैं तो मक्का मस्जिद जाना न भूलें. क्योंकि यह मस्जिद हैदराबाद में काफी फेमस स्थलों में से एक है. इस मस्जिद की नीव 1614 में मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने रखी थी. जिसे करीब 8,000 मजदूरों ने मिलकर 1691 में बनाया था. बता दें इसके निर्माण के लिए जो ईंटी लगी थी उसे मक्का शहर से लाया गया था. यहां पर सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के लोग आते हैं.

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