दीपक 51 किग्रा फ्लाईवेट वजन वर्ग में पेश करेंगे चुनौती
2019 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले और हाल में सबसे ज्यादा सुधार करने वाले मुक्केबाजों में से एक दीपक भोरिया 51 किग्रा फ्लाईवेट वजन वर्ग में चुनौती पेश करेंगे. दीपक ने 2021 में स्ट्रेंड्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में 2016 रियो ओलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता और 2019 विश्व चैंपियनशिप उज्बेकिस्तान के शाखोबिदिन जोइरोव को हराकर वैश्विक मंच पर सुर्खियां बटोरी थीं. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ‘पुरुष टीम काफी कड़ी मेहनत कर रही है और मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. मुझे पूरा भरोसा है कि हर कोई देश को गौरवान्वित करेगा.’
भारतीय टीम 17 अप्रैल को ताशकंद के लिए रवाना होगी और विश्व चैंपियनशिप से पहले कई देशों के ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा लेगी. स्वर्ण पदक विजेता को दो लाख डॉलर, रजत पदक जीतने वाले को एक लाख डॉलर और दोनों कांस्य पदक विजेताओं को 50,000 डॉलर पुरस्कार राशि मिलेगी.
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विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए भारतीय दल
गोविंद साहनी (48 किग्रा), दीपक भोरिया (51 किग्रा), सचिन सिवाच (54 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा), वरिंदर सिंह (60 किग्रा), शिवा थापा (63.5 किग्रा), आकाश सांगवान (67 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), सुमित कुंडू (75 किग्रा), आशीष चौधरी (80 किग्रा), हर्ष चौधरी (86 किग्रा), नवीन कुमार (92 किग्रा) और नरेंद्र बेरवाल (92 किग्रा).