चीन मसले पर केंद्र के सर्वदलीय बैठक बुलाने का ममता ने किया स्वागत, कही यह बात
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief minister Mamta Banerjee) ने लद्दाख ( Laddakh) में भारत-चीन सीमा (Indo-china border dispute) की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को सर्वदलीय बैठक (All party meeting) बुलाने के केंद्र के फैसले का बुधवार को स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़ी है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने कहा, ‘हम संकट की इस घड़ी में देश और हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं और सर्वदलीय बैठक बुलाने के फैसले का पूर्ण समर्थन करते हैं. तकनीकी रूप से, यह एक सही निर्णय है. चीन के साथ सीमा गतिरोध के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम विदेश मामलों से संबंधित मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते. केंद्र सरकार को इस पर फैसला करने दें.
By Panchayatnama | June 18, 2020 11:15 AM
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाने के केंद्र के फैसले का बुधवार को स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़ी है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने कहा, ‘हम संकट की इस घड़ी में देश और हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं और सर्वदलीय बैठक बुलाने के फैसले का पूर्ण समर्थन करते हैं. तकनीकी रूप से, यह एक सही निर्णय है. चीन के साथ सीमा गतिरोध के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम विदेश मामलों से संबंधित मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते. केंद्र सरकार को इस पर फैसला करने दें.
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गये. यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है. इसके कारण दोनों देशों के बीच सीमा पर पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गयी है.
भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलायी है. शुक्रवार को शाम पांच बजे बुलायी गयी इस बैठक में पीएम मोदी आगे की परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे. विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस वर्चुअल मीटिंग में भाग लेंगे. इसके पहले पीएम मोदी ने झड़प की पुष्टि होने के बाद मंगलवार देर रात तक देश के सर्वोच्च राजनैतिक नेतृत्व और सेना प्रमुख के साथ बैठक की थी.