सरायकेला-खरसावां जिला की माटी से कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपिका कुमारी समेत यहां की माटी से 28 अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज तैयार हो चुके हैं, वहीं फुटबॉल, तैराकी, हॉकी व एथलेटिक्स में भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं जिला के खिलाड़ी.
पिछले दो दशक में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्पर्द्धाओं में जिला के खिलाड़ियों ने झारखंड के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया है. तीरंदाजी के क्षेत्र में शोहरत के साथ-साथ रोजगार के भी बेहतर अवसर उपलब्ध हो रहे हैं. इस कारण युवाओं का रुझान भी इस खेल की ओर काफी देखी जा रही है. कई खिलाड़ियों को तो सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर नौकरी भी मिल चुकी है.
जिला से अब तक 51 तीरंदाजों को देश के अलग-अलग संस्थानों में नौकरी भी मिल चुकी है. इसी तरह फुटबॉल के भी एक दर्जन से अधिक खिलाड़ियों को नौकरी मिल चुकी है. पद्मश्री व अर्जुना एवार्डी तीरंदाज दीपिका कुमारी ने भी तीरंदाजी का पहला पाठ खरसावां मैदान से सीखा था. इन तीरंदाजों ने नि:संदेह अंतरराष्ट्रीय मंच पर जिला के साथ झारखंड को गौरवांवित किया है. जिला में 4 बार राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाजी प्रतियोगिता का भी आयोजन हो चुका है.
सरायकेला- खरसावां जिला के कई तीरंदाजों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. इसके तहत तीरंदाज गोरा हो, पलटन हांसदा, मंगल हो, काली चरण बेसरा, बबन कुमार, जंमुदा सोय, आश्रिता केरकेट्टा, संजय स्वांसी, सुमित मिश्र, बबीता विषोय, रेंसो पूर्ति, सुमनतला मुर्मू, ज्योति कुमार, नीलम कुमारी, रवि सरदार, राज गोविंद स्वांसी, विनोद स्वांसी, साकरो बेसरा, सीतारानी टुडू, पद्या सरदार, शहंशाह बुडिउली, रजनी पात्रो, सतीश सरदार, ज्योति बानरा, साकरो बेसरा, लक्ष्मी रानी मांझी आदि खिलाड़ी यहां से निकल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है.
सरायकेला- खरसावां जिला की माटी से फुटबॉल के भी राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मिले हैं. इसके तहत साधु महाली, अर्जुन सिंह गुंदुआ, शशीराज करुवा, संजय सुंडी, संयज सोय, अनुराग, मो रमीज, प्रवीण कुमार, निलम खोलको, शांति पाडेया, यमुना गोप, श्रीमति कुदादा, चांदनी मुंडरी, राहुल हेंब्रम, संजय सोय, लक्ष्मी सिंह सरदार, प्रवीण टुडू, राहुल राज, लुस्कु मुर्मू, बुधन सिंह पूर्ति, बदाम हांसदा आदि हैं.
इसके अलावा एथलीट और तैराक में भी यहां से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकले हैं. इसमें कुजरी गागराई, उदय राज सोय, जय सिंह सामड़, मनसा भूमिज, जगमोहन हेंब्रम, समीर सामड़, भोलानाथ सामड़, गोलाराम बोदरा, सावन होनहागा, मोलाराम सोय, मनेय बानरा, आशा सोय, ललीता लकड़ा, नागुरी गागराई, सुनीता गागराई, सानिया सोय आदि मुख्य हैं.
Posted By : Samir Ranjan.
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