पूर्वी सिंहभूम के हल्दीपोखर में पथराव के बाद CO समेत कई लोग घायल, आज बंद रहेंगे बाजार

हल्दीपोखर में रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद आज शनिवार को हल्दीपोखर बंद का आह्वान किया गया. हल्दीपोखर बाजार बंद रहेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2023 8:32 AM
an image

पूर्वी सिंहभूम के कोवाली थाना क्षेत्र के हल्दीपोखर में रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान जमकर हंगामा हुआ. इसी क्रम में दूसरे पक्ष ने पथराव कर दिया, जिसमें सीओ समेत आधे दर्जन लोग घायल हो गये. इस घटना के बाद कार्रवाई की मांग को लेकर विजय बजरंग अखाड़ा ने शनिवार को हल्दीपोखर बंद का आह्वान किया है. फिलहाल, पुलिस ने हल्दीपोखर में गश्ती बढ़ा दी है.

क्या है पूरा मामला

बता दें कि विजय बजरंग अखाड़ा हल्दीपोखर शाम के चार बजे रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान जुलूस का झंडे का अग्र भाग टूट गया, जिससे हंगामा शुरू हो गया. लोग प्रशासन से झंडा टूटने का विरोध कर रहे थे. इसी बीच पश्चिमी भाग और रंकिणी मंदिर के पीछे से दूसरे पक्ष द्वारा पथराव शुरू कर दिया गया. जिसमें हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी भूमिज गंभीर रूप से घायल हो गयीं. वहीं, पथराव से पोटका सीओ इम्तियाज अहमद, पूर्व मुखिया सैय्यद जबीउल्लाह समेत कई लोग घायल हो गये. इसके बाद पुलिस एक्शन में आ गयी.

जुगसलाई बाटा चौक पर पथराव, लाठीचार्ज

जुगसलाई बाटा चौक पर जिला प्रशासन के खिलाफ लोग सड़क जाम कर बैठे हुए थे. इसी बीच सभी लोग जुगसलाई फाटक के रेलवे फाटक के पास पहुंच गये और रेलवे लाइन पर हनुमान चालिसा का पाठ करने लगे. इसके बाद आरपीएफ, जिला प्रशासन और जीआरपी की टीम पहुंची और लाठीचार्ज कर पूरी भीड़ को खदेड़ दिया. इसके बाद भीड़ दूर से जाकर पथराव करने लगी. इसका प्रतिरोध में एक बार फिर से पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. लाठीचार्ज में कई लोगों को चोटें भी आयी. बाद में प्रशासन के लोगों ने लोगों को समझाया कि वार्ता हो चुकी है और जुलूस निकलेगा, जिसके बाद माहौल शांत हो पाया. इसके बाद भीड़ वापस लौट रही थी कि कुछ उत्पाती दूसरे गुटों के लोगों के घरों के पास जाकर जयश्री राम के नारे लगाने लगे, जिसके बाद दूसरे गुट के लोगों ने प्रतिरोध किया, जिससे तनातनी की स्थिति हो गयी. मौके पर दोनों ओर से पथराव हुआ, जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने एक्शन लिया.

Also Read: झारखंड में ‘हर घर जल’ योजना की क्या है स्थिति? इन चार सालों में कितने घरों तक पहुंचा पानी, जानें यहां

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version