पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हुए हंगामे पर भाजपा ने ममता सरकार पर आज जमकर निशाना साधा . पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ( Former Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि बंगाल में मंगलवार को अत्याचार और कानून की अनदेखी करने की पराकाष्ठा हो गई. बंगाल बौद्धिक एवं सांस्कृतिक परंपरा का एक बहुत बड़ा प्रदेश रहा है लेकिन ममता दी की अगुवाई में यह कानून विहीन दिवालिया प्रदेश बन गया है. ममता बनर्जी बंगाल की सरहद के बाहर लोकतंत्र को बचाने की बात करती हैं और बंगाल के अंदर लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन में सारी हदें पार कर देती हैं.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और ममता की राजनीतिक जमीन खिसक रही है. इसका प्रमाण पिछला लोकसभा का चुनाव है, जहां भाजपा ने 18 सीटें प्राप्त की. आने वाले चुनाव में जनता ममता बनर्जी को सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा कि हम बंगाल में बदलाव लाएंगे. बंगाल के लोगों को भाजपा यह आश्वासन देती है कि पार्टी जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से आवाज उठाती रहेगी.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के गृह सचिव से इस आरोप पर रिपोर्ट मांगी है. भारतीय जनता पार्टी समर्थकों को उनके नबान्न कार्यक्रम में शामिल होने से बलपूर्वक रोका गया. मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति आर. भारद्वाज की खंडपीठ ने राज्य सरकार को कोलकाता में भाजपा के राज्य मुख्यालय की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
अदालत ने राज्य के गृह सचिव को भाजपा द्वारा लगाए गए उन आरोपों पर 19 सितंबर तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. भाजपा समर्थकों को रैली में शामिल होने से बलपूर्वक रोका गया था. पीठ ने कहा कि शांति और अमन बनाए रखने की जरूरत है. इसके साथ ही जल्द रिपोर्ट जमा करें.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, हम ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल सरकार को यह बताना चाहते हैं कि अगर आपको लगता है कि आप पुलिस की लाठी और बर्बरता से भाजपा को रोक लेंगे तो आप सफल नहीं होने वाले हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बंगाल पुलिस की बर्बरता की हम कड़ी निंदा करते हैं.