Shiv Aarti lyrics: आज रवि योग में बुध प्रदोष व्रत है. शिव भक्त प्रदोष काल में पूजा करेंगे. आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि, धनिष्ठा नक्षत्र, ध्रुति योग, करण कौलव, बुधवार दिन और दिशाशूल उत्तर है. बुध प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय प्रदोष काल में की जाती है. प्रदोष व्रत में शिव पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 12 मिनट से रात 08 बजकर 36 मिनट तक है. इस मुहूर्त में विधि विधान से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. बुध प्रदोष व्रत रखने और शिव पूजा करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. यदि आपकी कुंडली में बुध दोष है या बुध ग्रह कमजोर है तो आपको गणेश जी की पूजा करनी चाहिए और उनको मूंग के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. प्रदोष पूजा के बाद भगवान शिव की आरती करने का विधान है. इस आरती के बिना पूजा अधूरी रह जाती है.
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