नंदी मुद्रा में करें महिलाएं शिवलिंग की पूजा
पूजा के दौरान ज्यादातर महिलाएं शिवलिंग को स्पर्श करते हैं. ज्योतिष शास्त्र में शिवलिंग को पुरुष तत्व बताया गया है. ऐसे में उसका स्पर्श महिलाओं के लिए वर्जित माना गया है. हालांकि जो महिलाएं अपनी श्रद्धा के चलते शिवलिंग को छूना चाहती हैं, उन्हें उसे नंदी मुद्रा में ही छूना चाहिए.
नंदी मुद्रा क्या होती है ?
ज्योतिष शास्त्र में नंदी मुद्रा उसे कहते हैं, जिसमें नंदी जी की तरह बैठा जाता है. इस मुद्रा में पहली और आखिरी उंगली को सीधा रखा जाता है, वहीं बीच की दो उंगलियों को अंगूठे के साथ जोड़ा जाता है, इस मुद्रा में भगवान शंकर की पूजा करने से वे बेहद प्रसन्न होते हैं, इस अवस्था में मांगी गई हर मुराद शिव जी की कृपा से पूर्ण हो जाती है. इसलिए महिलाओं को इसी मुद्रा में पूजा करना चाहिए.
महिलाओं को शिवलिंग की पूजा कैसे करनी चाहिए?
महिलाओं को रोजाना शिवजी की पूजा करनी चाहिए और कम से हर सोमवार को व्रत करना चाहिए. रोजाना सुबह स्नान के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और उसके बाद पंचामृत से स्नान करवाएं. फिर अक्षत, फल, फूल चढ़ाएं. भगवान शिव की पूजा में सबसे जरूरी बेलपत्र को माना जाता है, इसलिए पूजा सामग्री में बेलपत्र जरूर शामिल करें.
शिवलिंग पर सबसे पहले क्या चढ़ाना चाहिए?
शिव पूजा में सबसे पहले गणेश पूजा करनी चाहिए. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं, इसके बाद दूध, दही, शहद चढ़ाएं. फिर शिवलिंग पर बिल्व पत्र, धतूरा, आंकड़े के फूल आदि चीजें अर्पित करें.