अलीगढ़ : हज पर जाने के लिए पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाली इशरत जहां जेएन मेडिकल कॉलेज में मौत से जूझ रही है. पुलिस ने उसे पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए अलीगढ़ के थाना ऊपरकोट कोतवाली में बुलाया था. यहां मौजूद भुजपुरा चौकी इंचार्ज मनोज शर्मा की सरकारी पिस्टल से चली गोली उसके सिर में जा धंसी है. भुजपुरा चौकी इंचार्ज मनोज शर्मा को निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. पुलिस अब मामले को दबाने में जुट गई है. इस सवाल का जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए आवेदक को थाना नहीं बुलाया जाता तो फिर इशरत जहां को पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए थाना क्यों बुलाया गया था. पासपोर्ट के लिए पुलिस पैसा लेती है वेरिफिकेशन के नाम पर ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. आरोपी भुजपुरा चौकी का इंचार्ज वहां क्या कर रहा था, इशरत जहां के साथ जहां घटना हुई वहां उसे तुर्कमान गेट चौकी इंचार्ज ने बुलाया था. इशरत जहां तुर्कमान गेट इलाके की रहने वाली है. पासपोर्ट आवेदन भी तुर्कमान गेट चौकी से संबंधित था. वहीं आरोपी दारोगा मनोज शर्मा भुजपुरा चौकी पर तैनात था और यह पासपोर्ट वेरीफिकेशन भुजपुरा चौकी के मनोज शर्मा को आवंटित नहीं किया गया था, फिर भी बड़ी बात यह है कि इशरत जहां को पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए थाने में क्यों बुलाया गया. इशरत जहां के घर वालों ने पासपोर्ट के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. इशरत जहां हज के लिए जाना चाह रही थी, पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. पासपोर्ट इंक्वारी के लिए इशरत जहां के पास थाने से फोन आया था. उस समय इशरत जहां जमालपुर में थी और उन्होंने बोला कि शुक्रवार को दोपहर आऊंगी. बेटी सुमेल ने आरोप लगाया कि पासपोर्ट बनाने के लिए पैसे ज्यादा मांग रहे थे, वही इशरत जहां ने पासपोर्ट बनवाने की पुलिस से मिन्नत की थी.
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