T-20 टूर्नामेंट के विजेताओं को CM योगी ने किया सम्मानित, कहा- ‘आपने दिखाया लक्ष्य प्राप्ति का मार्ग’
इस खास टूर्नामेंट में पुरस्कार वितरण के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप सभी ने लक्ष्य की पूर्ति के लिए अपनी दिव्यांगता को बाधक नहीं बनने दिया. यह काफी अच्छी बात है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2021 2:58 PM
Varanasi News Updates: काशी विश्वनाथ नगरी के सिगरा स्टेडियम में दिव्यांगों के टी-20 मैच का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हो गया. कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विजेताओं को पुरस्कृत किया. इसके साथ ही पीएम मोदी के जनसेवा के 20 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर प्रसन्नता जाहिर की. इस खास टूर्नामेंट में पुरस्कार वितरण के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप सभी ने लक्ष्य की पूर्ति के लिए अपनी दिव्यांगता को बाधक नहीं बनने दिया. यह काफी अच्छी बात है.
सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि व्यक्ति के अंदर यदि जज्बा हो तो कोई भी चीज उसे रोक नहीं सकती. 17 सितंबर से लेकर 7 अक्टूबर तक पीएम मोदी ने सेवा, समपर्ण का एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें जनसेवा में पीएम मोदी के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था. टी-20 मैच में देश से जितने खिलाड़ियों ने भी भाग लेकर यहां उत्साह के साथ प्रदर्शन किया है. उन सभी को हृदय से धन्यवाद करता हूं.
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने टोक्यो ओलंपिक पैरालंपिक का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि टोक्यो पैरालंपिक में भारत के 52 खिलाड़ियों ने भाग लिया. जिसमें 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक जीता. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 10 लाख से ज्यादा दिव्यांगों को पेंशन देने का कार्य करने जा रही है.
सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि सरकार दिव्यांगों को प्रोत्साहित करने के लिए योजना और आयोजन के बारे में विचार कर रही है. भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक में देश का नाम बढ़ाया है. आगामी विधानसभा चुनाव के मुद्दे पर अनिल राजभर ने कहा कि जनता यदि हमारे कार्यों से खुश और संतुष्ट होगी तो हमें दुबारा मौका देगी. आप सब जनता के फैसले के लिए छह महीने इंतजार कर लीजिए.
नेशनल टी-20 टूर्नामेंट में अतिथि के रूप में मौजूद 23 मेडल जीतने वाली दीपा मालिक ने कहा कि नवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजन हुआ, जो बहुत अच्छा है. दिव्यांगों के सशक्तीकरण का इससे बेहतर उदाहरण नहीं मिल सकता है. पैरा खिलाड़ी होने के नाते आज गौरव महसूस हो रहा है. बदलते भारत में सरकार की मंशा है हम सबको साथ लेकर चलेंगे. सबका विकास करेंगे. उन्होंने बताया कि पैरालंपिक में पहला भारतीय महिला मेडल लेकर जब आई थी तो काफी खुशी हुई थी. चार साल के अंतराल में मोदी सरकार ने इसे बढ़ावा दिया गया. आज सभी हमारी उपलब्धि देख रहे हैं.