टीएमसी और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़प
मालूम रहे कि 60 साल पहले खाद्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आगरपाड़ा उसुमपुर के बटतला इलाके में माकपा ने एक शहीद बेदी स्थापित की थी. माकपा की शहीद वेदी को तोड़ने का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया गया है. आरोप है कि पार्षद हिमांशु देव के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने माकपा कार्यकर्ताओं पर हमले किये. उनकी पिटाई की, जिसमें माकपा के छह सदस्य घायल हो गये. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर घोला थाने की पुलिस पहुंची थी. घायल माकपा कार्यकर्ताओं को पानीहाटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से इलाके में काफी तनाव है.
आजाद हिंद मोड़ से निकाली विरोध रैली
इस घटना को लेकर वाममोर्चा की ओर से आजाद हिंद नगर मोड़ से एक विरोध रैली निकाली गयी, जो बटतला होते हुए आगरपाड़ा स्टेशन के पास जाकर संपन्न हुई. इसमें माकपा नेता मानस मुखर्जी, अत्रि गुहा, झंटू मजूमदार, गार्गी चटर्जी समेत कई माकपा नेता शामिल थे. माकपा नेता शुभब्रत चक्रवर्ती का आरोप है कि वे लोग विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वे लंबे समय से चली आ रही चर्चा के आधार पर शहीद बेदी को दूसरी जगह स्थानांतरित कर सकते थे, लेकिन बिना किसी चर्चा के ही शहीद बेदी को क्षेत्रीय नगरपालिका के प्रतिनिधि हिमांशु देवराय के नेतृत्व में तृणमूल समर्थित उपद्रवियों ने ध्वस्त कर दिया.
वहीं हिमांशु देवराय ने कहा कि माकपा नेतृत्व द्वारा लगाये गये आरोप पूरी तरह निराधार हैं. उन्होंने कहा कि जब क्षेत्र के एक वरिष्ठ सीपीआइएम नेता उन्हें चर्चा के लिए मौके पर बुलाया, तो उन्होंने पाया कि सीपीआइएम नेता तृणमूल कार्यकर्ताओं की पिटाई कर रहे हैं. घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी. इधर, घटना के बाद से इलाके में पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं.