Weather Report Today: 72 घंटे तक कोलकाता में जारी रहेगा बारिश का दौर, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

Weather Report Today: 72 घंटे तक कोलकाता में जारी रहेगा बारिश का दौर, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2021 7:36 PM
an image

कोलकाता (मधु सिंह): कोलकाता समेत पूरे पश्चिम बंगाल में जारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. अलीपुर स्थित मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र की वजह से रविवार (20 जून) तक पूरे राज्य में बारिश होती रहेगी. लगातार चार दिन से हो रही वर्षा की वजह से कोलकाता के अधिकतर इलाके पहले ही जलमग्न हो चुके हैं. कुछ जगहों पर घुटने तक पानी जम जाने की वजह से जनजीवन बेहाल हो गया है.

मौसम विभाग ने मुर्शिदाबाद, बीरभूम और उत्तर बंगाल के सभी जिलों के लिए शनिवार को बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. अगले 72 घंटों में बंगाल के लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा की संभावना मौसम विभाग ने जतायी है. पुरुलिया, मुर्शिदाबाद, बांकुड़ा, पश्चिमी मेदिनीपुर, बर्दवान, झारग्राम, उत्तर बंगाल समेत कोलकाता के कुछ हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी.

शुक्रवार को कोलकाता का न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है. वहीं, इस दिन का अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश की बात करें, तो कोलकाता में सबसे ज्यादा मानिकतल्ला में वर्षा हुई. यहां 59 मिलीमीटर वर्षापात दर्ज किया गया.

बीरपाड़ा में 54 मिलीमीटर, बेलगछिया में 57, धापा में 49, तपसिया में 38, उल्टाडांगा और पावरब्रिज इलाके में 53-53 मिमी, ठनठनिया कालीबाड़ी में 54 मिमी और अन्य क्षेत्रों में 50 मिलीमीटर से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गयी.

खड़गपुर के गड़बेता इलाके के लोखाटा इलाके में स्थित शिलावती नदी पर स्थित लकड़ी का पुल नदी में उफान आने के कारण टूट गया. इससे लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. कई गांवों का संपर्क टूट गया है. करीब ढाई दर्जन (30) गांव इस पुल के जरिये गड़बेता से जुड़े थे. गड़बेता से बांकुड़ा और हुगली जिला का संपर्क भी टूट गया है. इलाके के लोगों का कहना है कि नदी पर जब तक स्थायी पुल नहीं बनेगा, हर साल इस समस्या से उन्हें जूझना होगा.

उधर, मेदिनीपुर सदर के कंकावती क्षेत्र में कंसावती नदी पर बना लकड़ी का पुल भी टूट गया. नदी पार करने के लिए अब नाव ही लोगों का एकमात्र जरिया है. लोग जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार कर रहे हैं.

Posted By: Mithilesh Jha

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version