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इस विरोध के साथ ही बीजेपी में आपसी मतभेद भी सामने आ गया है. स्थानीय बीजेपी नेताओं का आरोप है कि मिंटू हल्दर की छवि अच्छी नहीं है. उसे एक बार तस्करी करते पुलिस ने गिरफ्तार किया था. ऐसे व्यक्ति को भाजपा कार्यकर्ता प्रत्याशी के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते. वहीं, मिंटू हल्दर पर बाहरी का भी टैग लगाकर बीजेपी समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं.
बीजेपी समर्थकों का आरोप है कि दक्षिण 24 परगना के पूर्व जिला कमेटी के अध्यक्ष सुनील दास का मिंटू हल्दर करीबी है. मिंटू जयनगर के रहने वाले हैं, लेकिन उन्हें कुलतली से कैंडिडेट बना दिया गया है. कुलतली से ही कई और नेता भी इस सीट पर कैंडिडेट की दौड़ में थे. इन सबको लेकर कुलतली में बीजेपी का एक गुट मिंटू हल्दर के उम्मीदवार बनाये जाने का विरोध कर रहा है. ये लोग जिला कमेटी अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
दूसरी तरफ, टिकट मिलने के बाद मिंटू के समर्थकों में खुशी की लहर है. बीजेपी कैंडिडेट मिंटू हल्दर ने मंदिर में पूजा की. उनके समर्थकों ने इलाके में आतिशबाजी भी की. बीजेपी समर्थकों के विरोध पर मिंटू हल्दर का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने सोच-समझकर ही उन्हें टिकट देने का फैसला किया है.
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मिंटू हल्दर ने कहा- मैं पार्टी के प्रति कृतज्ञ हूं. मैं काफी सालों से इस इलाके में पर्यवेक्षक रहा हूं. इसी वजह से पार्टी ने मुझे कैंडिडेट बनाया है. उन्होंने यह भी कहा कि जीत उनकी ही होगी. बता दें कि 2016 में कुलतली विधानसभा सीट पर सीपीएम का कब्जा था. दूसरे नंबर पर टीएमसी थी, जबकि बीजेपी चौथे नंबर पर थी. कुलतली में 6 अप्रैल को चुनाव होने वाला है.
Posted by : Babita Mali