कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे का इस्तेमाल
हसन ने कहा कि दोनों के अगले साल मई तक दिल्ली हवाई अड्डे पर स्थापित होने की उम्मीद है. बीसीएएस ने हवाई अड्डों पर कंप्यूटर टोमोग्राफी प्रौद्योगिकी से लैस स्कैनर लगाने की पिछले साल सिफारिश की थी. सीटीएक्स (कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे) स्कैनर लगाये जाने के बाद यात्रियों को हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को अपने सामान से अलग नहीं निकालना पड़ेगा. अभी हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक सामान निकालकर अलग ट्रे में रखना पड़ता है.
Also Read: Project Wave के तहत इस सरकारी बैंक ने लॉन्च की नयी सर्विस, ग्राहकों को ऐसे मिलेगा फायदा
फुल-बॉडी स्कैनर से होगी जांच
फुल-बॉडी स्कैनर की शुरुआत यात्री स्क्रीनिंग में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है, जो सुरक्षा जांच के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करती है. बीसीएएस के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने खुलासा किया कि प्रावधान के मुद्दों के कारण इन स्कैनर और सीटीएक्स मशीनों की स्थापना की समय सीमा बढ़ाई जा रही है, और 10 मिलियन से अधिक वार्षिक यात्री यातायात वाले हवाई अड्डों पर फुल-बॉडी स्कैनर और 5 मिलियन से अधिक यात्रियों वाले हवाई अड्डों पर सीटीएक्स मशीनें स्थापित करने की प्रारंभिक समय सीमा 31 दिसंबर निर्धारित की गई थी. हालांकि, संशोधित समय सीमा, जो अब मई 2024 तक होने की उम्मीद है, प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इन उन्नत सुरक्षा प्रौद्योगिकियों की सुचारू और चरणबद्ध तैनाती सुनिश्चित करना. मार्च 2024 को समाप्त होने वाले चालू वित्तीय वर्ष में 70 मिलियन से अधिक यात्री यातायात के साथ देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे के रूप में दिल्ली हवाई अड्डा, इन अत्याधुनिक सुरक्षा उपायों को लागू करने में सबसे आगे है.
क्या है CTX तकनीक?
CTX मशीनें कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे प्रौद्योगिकी का लाभ उठाती हैं, जिससे यात्रियों को सुरक्षा जांच के दौरान अपने हैंड बैगेज में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण रखने की सुविधा मिलती है. इससे यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं को अलग से निकालने और ट्रे में रखने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे सुरक्षा जांच प्रक्रिया सरल हो जाती है. बीसीएएस ने चरणबद्ध तरीके से फुल-बॉडी स्कैनर तैनात करने की योजना बनाई है, और कंप्यूटर टोमोग्राफी तकनीक पर आधारित स्कैनर की स्थापना से हाथ के सामान के अंदर वस्तुओं का दो-आयामी दृश्य प्रदान करने की उम्मीद है. यह न केवल सुरक्षा बढ़ाता है बल्कि सुरक्षा जांच प्रक्रिया को भी तेज करता है, जिससे अधिक कुशल और यात्री-अनुकूल अनुभव में योगदान मिलता है.
Also Read: Innovation: शिफ्ट ओवर होते ही खुद बंद हो जाएगा कंप्यूटर, मध्य प्रदेश की IT कंपनी ने बनाया कमाल का सॉफ्टवेयर