पत्रकारिता का अर्थ स्पष्ट विचारों की अभिव्यक्ति

सकारात्मक व्यवस्था लाने की दिशा में प्रयास करना होगा स्वामी निरंजनानंद सरस्वती दो-ढाई घंटे कैसे बीत गये, पता ही नहीं चला. यहां जो चर्चा हो रही थी, वह सबका ध्यान आकृष्ट कर रही है. जब कुमार कृष्णन जी आये थे, यह कहने के लिए कि हमलोग आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र की याद में संगोष्ठी करने जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2015 8:24 AM
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