चंपारण सत्याग्रह के सौ साल : धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई, दागी न कहीं तोप, न बंदूक चलायी

यह कहानी चंपारण की 19 लाख प्रजा के दुख-दर्द की है, जिनकी पीढ़ियां ब्रिटिश नील प्लांटरों की तिजोरियां भरने में तबाह होकर रह गयी थीं. जिनके घरों में अनाज का एक दाना भी नहीं होता, फिर भी वे अपने खेतों में धान-चावल के बदले इन परदेसी साहबों के लिए बहुत कम मेहनताने पर नील की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2017 6:24 AM
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