Buddhist Monk: थाईलैंड में एक सनसनीखेज देह व्यापार और ब्लैकमेल स्कैंडल का खुलासा हुआ है, जिसमें एक महिला ने कई बौद्ध भिक्षुओं को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनसे यौन संबंध बनाए और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर भारी रकम वसूली. यह रकम करीब 385 मिलियन थाई बाथ, यानी भारतीय मुद्रा में 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जा रही है. यह जानकारी पीटीआई भाषा और इंडिपेंडेंट यूके की रिपोर्ट में दी गई है.
गिरफ्तार हुई विलावान एम्सावत
करीब 35 वर्षीय विलावान एम्सावत को पुलिस ने राजधानी बैंकॉक के पास नोंथबुरी प्रांत स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है. उस पर जबरन वसूली, मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) और चोरी का सामान खरीदने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. गिरफ्तारी से पहले विलावान ने एक भिक्षु के साथ संबंध की बात स्वीकार की थी और दावा किया कि उसने खुद पैसे दिए थे. हालांकि गिरफ्तारी के बाद से वह चुप है और अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि उसका कोई वकील है या नहीं.
Buddhist Monk: कैसे बनाती थी भिक्षुओं को शिकार?
रॉयल थाई पुलिस के सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (CIB) की रिपोर्ट के अनुसार, विलावान ने जानबूझकर वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं को निशाना बनाया. पहले वह उनके साथ प्रेम संबंध स्थापित करती, फिर उन्हें किसी न किसी बहाने जैसे गर्भवती होने का दावा, पारिवारिक संकट, या सीक्रेट लीक होने की धमकी देकर बड़ी रकम वसूलती थी. कई भिक्षुओं ने स्वेच्छा से, तो कुछ ने ब्लैकमेल के डर से, मिलियन बाथ की रकम उसके खाते में ट्रांसफर की.
तीन साल में 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी
पुलिस जांच में पता चला कि पिछले तीन वर्षों में विलावान के बैंक खाते में करीब 1.19 करोड़ अमेरिकी डॉलर (100 करोड़ रुपये से अधिक) की रकम जमा हुई. यह धनराशि विभिन्न बौद्ध भिक्षुओं से ट्रांसफर की गई, जिसमें से ज्यादातर रकम ऑनलाइन जुए वाली वेबसाइटों पर खर्च कर दी गई. पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि उत्तरी थाईलैंड के एक प्रसिद्ध मंदिर के खाते से भी एक वरिष्ठ भिक्षु द्वारा सीधे विलावान के खाते में रकम भेजी गई.
पढ़ें: किस देश की जेलों में हैं सबसे ज्यादा भारतीय कैदी? वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!
ब्लैकमेल की शुरुआत कैसे हुई? (Buddhist Monk illegal Smuggler busted in Thailand)
इंडिपेंडेंट के अनुसार यह पूरा मामला तब सामने आया जब बैंकॉक के एक प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर के एक वरिष्ठ भिक्षु ने अचानक अपना पद छोड़ दिया. इसके बाद जांच शुरू हुई और धीरे-धीरे खुलासा हुआ कि महिला ने कई भिक्षुओं को अपने जाल में फंसाया था. पुलिस उपायुक्त जारूनकियात पंकेव ने कहा कि एक मामले में विलावान ने एक भिक्षु से कहा था कि वह गर्भवती है और मदद के लिए 7.2 मिलियन बाथ की मांग की थी. इसके बाद अधिकारियों को शक हुआ और मामले की तह तक जाने के लिए छानबीन तेज हुई.
भिक्षु पद से हटाए गए साधु
जांच में सामने आया कि इस स्कैंडल में शामिल कम से कम 9 बौद्ध भिक्षुओं और वरिष्ठ साधुओं को भिक्षु पद से हटा दिया गया है. ये सभी उत्तरी थाईलैंड के अलग-अलग बौद्ध मंदिरों से जुड़े थे. कुछ मामलों में इनके खातों से भी रकम के ट्रांसफर के सबूत मिले हैं.
पढ़ें: ये हैं दुनिया के 5 सबसे ताकतवर देश, जिनसे थर्राती है पूरी दुनिया; भारत है इस नंबर पर
फोन से मिले फोटो, वीडियो और चैट
रॉयल थाई सीआईबी के अनुसार थाईलैंड की पुलिस ने विलावान के मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच की, जिसमें से हजारों आपत्तिजनक फोटो, वीडियो और चैट बरामद हुए हैं. इन सबूतों से इस बात की पुष्टि हुई कि महिला के संपर्क में कई भिक्षु थे, और वह इन निजी सामग्रियों का इस्तेमाल कर उन्हें ब्लैकमेल करती थी. पुलिस का कहना है कि विलावान एक “बेहद खतरनाक महिला” है और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना जरूरी था.