भारत ने जारी की चेतावनी, इन 8 देशों में जान का खतरा, भूलकर भी ना करें यात्रा

MEA Travel Advisory: दुनियाभर में बढ़ते संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के चलते भारत ने कई क्षेत्रों में जाने से परहेज की सलाह दी है. जानें किन इलाकों में खतरा अधिक है और कहां की यात्रा हो सकती है जानलेवा.

By Govind Jee | July 27, 2025 5:38 PM
an image

MEA Travel Advisory: विदेश मंत्रालय (MEA) ने वैश्विक स्तर पर बढ़ते संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता और गृह युद्धों को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सतर्क किया है. सरकार ने कुल आठ देशों के लिए यात्रा पर विशेष हिदायतें जारी की हैं और थाईलैंड के सात संवेदनशील प्रांतों में जाने से मना किया है.

लंबे संघर्ष वाले देश 

विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यमन, सीरिया और म्यांमार जैसे देशों में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है. यमन में हौथी विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच वर्षों से चल रहा गृह युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीरिया में अब भी सरकार, विपक्षी गुट और आतंकवादी संगठन जैसे ISIS के बीच टकराव जारी है. वहीं म्यांमार में सैन्य शासन और जातीय गुटों के बीच हिंसा खासकर राक्खाइन, चिन और शान राज्यों में चरम पर है. इन तीनों देशों में भारतीयों से बिना अत्यावश्यक कारण यात्रा न करने और वहां मौजूद नागरिकों को तत्काल दूतावास से संपर्क करने की सलाह दी गई है.

MEA Travel Advisory in Hindi: राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद 

विऑन के एक रिपोर्ट इराक, लिबिया और लेबनान की स्थिति भी चिंताजनक बताई गई है. इराक के पांच प्रांत निनवे (मोसुल), सलाहुद्दीन (तिक्रित), दियाला (बाकूबा), अल-अनबार (रमादी) और किरकुक में अब भी आतंकवादी गतिविधियां और संघर्ष बने हुए हैं. लिबिया में कई गुटों के बीच सशस्त्र संघर्ष और मिलिशिया हिंसा का खतरा बना हुआ है. लेबनान में इज़राइल और हिज्जबुल्लाह के बीच सीमा तनाव के कारण हालात अस्थिर हैं. इन तीनों देशों में भी भारतीयों को यात्रा से बचने की सलाह दी गई है.

कंबोडिया और थाईलैंड सीमा विवाद 

हाल ही में थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर छिड़े टकराव के चलते भारत सरकार ने अपने नागरिकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा है. कंबोडिया में भारत के दूतावास ने 25 जुलाई को एक सलाह जारी करते हुए भारतीय नागरिकों से सीमा क्षेत्रों में यात्रा न करने का आग्रह किया. दूतावास ने आपात स्थिति में संपर्क के लिए नंबर (+855 92 881 676) और ईमेल (cons.phnompenh@mea.gov.in) भी साझा किया है.

इसी तरह, थाईलैंड में स्थित भारतीय दूतावास ने सात प्रांतों उबोन राचथानी, सुरिन, सिसाकेत, बुरीराम, सा कैओ, चनथाबुरी और त्राट में जाने से मना किया है. ये वे क्षेत्र हैं जो थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा से लगे हुए हैं और जहां हालिया हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई हैं.

पढ़ें: Shiv Temple: सावन में शिव मंदिर को लेकर दो देशों में छिड़ी युद्ध, जानें कहां हुई ये टकराव

बांग्लादेश भी सूची में शामिल

सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने बांग्लादेश को भी चेतावनी सूची में जोड़ा है. देश में जारी राजनीतिक अस्थिरता, खासकर प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ता से हटने के बाद उत्पन्न हालात को देखते हुए भारतीयों को फिलहाल वहां यात्रा न करने की सलाह दी गई है.

सरकार की अपील, सतर्क रहें, दूतावास से संपर्क में रहें

भारत सरकार ने अपने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी देश में यात्रा से पहले संबंधित देश में मौजूद भारतीय दूतावास से संपर्क करें और हालात की जानकारी लें. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैस्वाल ने कहा है कि भारत सरकार स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और आवश्यकता पड़ने पर आगे और दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे.

नोट: यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय की वेबसाइट (https://www.mea.gov.in) और संबंधित भारतीय दूतावास की आधिकारिक जानकारी जरूर देखें.

यह भी पढ़ें: Thailand Cambodia Conflict: मंदिर बना युद्ध का कारण? थाईलैंड-कंबोडिया में हालात बेकाबू

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version