ICAI Workshop: बारीकी से ऑडिट रिपोर्ट दें चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, देवघर में जीएसटी और इनकम टैक्स पर कार्यशाला
ICAI Workshop: डॉ गिरीश आहूजा ने आयकर और बजट में हाल के बदलावों पर प्रकाश डाला. धारा 43 (B) h के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा की.
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2024 9:58 PM
ICAI Workshop: आइसीएआइ के तत्वावधान में रविवार को देवघर सीपीइ स्टडी चैप्टर की ओर से देवघर में वायरे इन सभागार में जीएसटी और आयकर के विभिन्न विषयों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य रूप से देश के जाने-माने सीए डॉ गिरीश आहूजा, सीए ज्ञानचंद्र मिश्रा, सीए अभिषेक टिबड़ेवाल और सीए प्रदीप मोदी जैसे एक्सपर्ट ने मार्गदर्शन दिया. मुख्य वक्ता सीए डॉ गिरीश आहूजा ने आयकर और बजट में हाल के बदलावों पर प्रकाश डाला.
धारा 43 (B) h के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा
उन्होंने ने धारा 43 (B) h के प्रावधानों पर विस्तृत चर्चा की. डॉ आहूजा ने बताया कि यह प्रावधान छोटे और मंझोले व्यवसायियों को भुगतान में होने वाली देरी से बचायेगा, जो व्यवसायी एमएसएमइ से खरीद करते हैं उनको सावधानी बरतनी होगी. अगर मार्च के बकाया का भुगतान 15 दिन या एग्रीमेंट होने की दशा में अधिकतम 45 दिन के भीतर नहीं होगा, तो ये भुगतान डिसएलाउड हो जायेगा. इसलिए अब चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की जिम्मेवारी बहुत बढ़ गयी है, उन्हें बारीकी से ध्यान देकर ऑडिट रिपोर्ट देनी होगी.
उच्च गुणवत्ता और मापदंड स्थापित करें सीए : ज्ञान मिश्रा
केंद्रीय परिषद सदस्य सीए ज्ञान मिश्रा ने कोड ऑफ एथिक्स की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई एवं ट्रेनिंग अपने देश में इतनी अच्छी होती कि आज लगभग 40 हजार चार्टर्ड अकाउंटेंट देश से बाहर अपनी सेवा दे रहे हैं. देश में आइसीएआइ की 175 शाखाएं हैं. श्री मिश्रा ने सदस्यों से कहा कि वे अपने पेशे में उच्च गुणवत्ता एवं मानदंड स्थापित करें, जिससे हम विकसित भारत के सपने को पूरा करने में अपना योगदान दे सकें.
जहां व्यवसायी गलती करते हैं, उन विषयों जानें : अभिषेक टिबड़ेवाल
सीए अभिषेक टिबड़ेवाल ने जीएसटी की कानूनी पहलुओं को समझने और उसकी चुनौतियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने उन विषयों पर प्रकाश डाला जहां व्यवसायी गलती करते हैं. साथ ही वैसे विषयों पर बात की जहां विवाद उत्पन्न होते हैं.
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में सीए प्रदीप मोदी ने जीएसटी में अपील करने की प्रक्रिया और उसकी जटिलता को बारीकी से समझाया. कार्यशाला में उपरोक्त के अलावा सीए रवि शेखर, सीए पंकज सुल्तानिया और देवघर सीपीइ चैप्टर के रितेश टिबड़ेवाल सहित कई सीए ने अहम भूमिका निभायी. इस कार्यशाला मेह देवघर, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, गिरिडीह, मुंगेर, कोलकाता, पटना, जमुई, झाझा आदि शहरों के सीए ने शिरकत की.