Facebook ने अपने कर्मियों की यौन उत्पीड़न की शिकायतों से जुड़े नियमों में किये अहम बदलाव

सैन फ्रांसिस्को: दुनिया की अग्रणी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने शनिवार को कहा कि यौन उत्पीड़न के मामलों में अब उसके कर्मियों को मध्यस्थता के जरिये मामला सुलझाने की जरूरत नहीं होगी. फेसबुक से पहले दिग्गज कंपनी गूगल भी यह एलान कर चुकी है.... फेसबुक की ओर से कार्यस्थल से जुड़े नियमों में कियेगये इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2018 11:34 AM
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सैन फ्रांसिस्को: दुनिया की अग्रणी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने शनिवार को कहा कि यौन उत्पीड़न के मामलों में अब उसके कर्मियों को मध्यस्थता के जरिये मामला सुलझाने की जरूरत नहीं होगी. फेसबुक से पहले दिग्गज कंपनी गूगल भी यह एलान कर चुकी है.

फेसबुक की ओर से कार्यस्थल से जुड़े नियमों में कियेगये इस बदलाव से अब कंपनी के कर्मी यौन उत्पीड़न के मामलों की शिकायत सीधा अदालत में कर सकते हैं.

फेसबुक के कॉरपोरेट मीडिया संबंध निदेशक एंथनी हैरिसन ने कहा, ‘आज हम अपनी नयी कार्यस्थल संबंध नीति प्रकाशित कर रहे हैं और मध्यस्थता से जुड़े समझौतों में संशोधन कर रहे हैं, ताकि यौन उत्पीड़न के मामलों में मध्यस्थता कर्मियों के लिए अनिवार्य शर्त न होकर महज एक विकल्प रहे.’

उन्होंने कहा, ‘हम यौन उत्पीड़न के मामलों को बहुत गंभीरता से लेते हैं और फेसबुक में इसके लिए कोई जगह नहीं है.’

फेसबुक ने कंपनी के एक कर्मी के किसी दूसरे कर्मी से प्रेम संबंधों को लेकर भी नीति में बदलाव किया है.

अब निदेशक स्तर या इससे वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों को मानव संसाधन विभाग को बताना पड़ेगा कि वे कंपनी के किसी अन्य कर्मी से इश्क लड़ा रहे हैं.

दिग्गज कंपनी गूगल ने भी कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों से जुड़े नियमों में बृहस्पतिवार को कुछ बदलाव कियेगये.

गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि कंपनी में यौन उत्पीड़न के मामलों में मध्यस्थता अनिवार्य शर्त नहीं, बल्कि एक विकल्प होगी.

गूगल के कर्मियों द्वारा दुनिया के अलग-अलग देशों में कियेगये विरोध-प्रदर्शन के बाद यह कदम उठाया गया.

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