क्या है टीपीएमएस
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम यानी टीपीएमएस सेंसर, रिसीवर और डिस्प्ले यूनिट से लैस होता है. इसका सेंसर टायर के वॉल्व स्टेम के साथ जुड़ा होता है. वॉल्व स्टेम टायर प्रेशर वॉल्व के अंदर लगे होते हैं. इसे कार के चारो टायरों में फिट किया जाता है. यह टायरों की हवा को मापने का काम करता है. इसी को सेंसर कहा जाता है. इस सेंसर की ओर से दिया डाटा वायरलेस सिस्टम के जरिए रिसीवर के पास जाता है और फिर रिसीवर उस डाटा को डिस्प्ले यूनिट के पास भेजता है. डाटा डिस्प्ले यूनिट के पास आते ही आपको टायर में हवा की वास्तविक स्थिति का पता चल जाता है.
कार में टीपीएमएस का होना क्यों है जरूरी
कार में फीचर के तौर पर टीपीएमएस का लगा होना बेहद जरूरी है. यही वह फीचर है, जो कार चालक को टायरों में हवा की वास्तविक स्थिति की जानकारी देता है. कार किसी हाईवे पर फुल स्पीड में भी चल रही होती है, तो टायरों का प्रेशर कम होने की जानकारी उसके चालक को तुरंत मिल जाती है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि टायरों में हवा का असमान प्रेशर होने पर बड़ा हादसा होने से टल जाता है. कार के किसी भी टायर का प्रेशर कम होने से अनहोनी होने का खतरा अधिक रहता है. इसके साथ ही, गाड़ी की स्पीड कम हो जाती है और इंजन का प्रेशर बढ़ जाता है. हवा का दबाव कम होने से टायर में घिसाव भी अधिक होता है.
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पुरानी कारों में बाहर से फिट करा सकते हैं टीपीएमएस
अब अगर किसी के पास पुरानी कार है और उसमें टायरों का प्रेशर चेक करने वाला टीपीएमएस जैसा फीचर नहीं है, तो इसे बाहर से भी फिट कराया जा सकता है. कार मालिकों के पास रेट्रोफिट किट का इस्तेमाल करते हुए इसे कार में लगाने का ऑप्शन उपलब्ध होता है. इसे किसी मैकेनिक के पास जाकर लगवाया जा सकता है. यह भी वैसे ही काम करता है, जैसे नई कार में इनबिल्ट टीपीएमएस काम करता है.
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