कार को धोने में लगता है 120 लीटर पानी
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक कार की सफाई में करीब 120 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है. वहीं, भारत के किसी भी शहर में रहने वाले एक व्यक्ति रोजाना करीब 135 लीटर पानी का इस्तेमाल करता है. अब अगर आप रोजाना अपनी कार को पानी से धोते हैं, तो आप कम से कम एक आदमी के इस्तेमाल वाले पानी को बर्बाद कर दे रहे हैं. वहीं, अगर आप अपनी कार का ड्राई वॉश कराते हैं, तो आप कम से कम एक बार में 120 लीटर पानी की बचत कर रहे हैं.
पानी बचाने का क्या है उपाय
अब आप सोच रहे होंगे कि जब कार को पानी से साफ नहीं किया जाए, तो आखिर किससे साफ किया जाए? इसका जवाब यह है कि आप अपनी कार का ड्राई वॉश कराके पानी की बचत कर सकते हैं. ड्राई वॉश करना या कराना बेहद आसान है. आप घर पर भी अपने हाथों से कार का ड्राई वॉश कर सकते हैं.
क्या है ड्राई वॉश
ड्राई वॉश प्रक्रिया पारंपरिक कार सफाई से अलग प्रक्रिया है. इसमें पानी की जगह जेट स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है. इस प्रक्रिया के तहत कार की सफाई और उसकी चमक बनाए रखने के लिए पानी के बदले जेट स्प्रे किया जाता है. सबसे पहले कारों की सफाई के दौरान कर्मचारी उस पर पड़ी हुई धूल को साफ करते हैं. इसके बाद उस पर स्प्रे मारकर पोंछना पड़ता है. स्प्रे और बफ के जरिए कारों को साफ किया जाता है.
Also Read: बड़े परिवार की चार 7-Seater MPV Cars जल्द होंगी लॉन्च, सब एक से बढ़कर एक
कैसे कार का करते हैं ड्राई वॉश
पानी रहित कार वॉश में गंदगी और सड़क से उड़कर पड़ी धूल को हटाने के लिए अधिक चिकनाई वाले जेट स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है. यह कार को साफ करने का सटीक तरीका है. इस तरीके से कार के इंटीरियर और एक्सटीरियर की भी सफाई की जा सकती है. पानी रहित कार धोना कार के लिए सुरक्षित हो सकता है, लेकिन इसमें कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है. पानी रहित कार धोने की सुरक्षा में योगदान देने वाले प्रमुख कारकों में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है. घटिया सामान के साथ गलत टेक्निक से ड्राई वॉश करने के बाद कार की चमक खराब हो सकती है.
Also Read: Citroen Basalt: टाटा कर्व को नॉचबैक से टक्कर देगी यह नई कार