हमेशा करते रहें साफ-सफाई
किसी भी गाड़ी की तरह स्कूटर भी कई मूवेबल इक्यूपमेंट के साथ आता है. इसमें धूल-कचरा फंसने का खतरा रहता है. आप तो अपने आसपास की सड़कों से परिचित होंगे, लेकिन आपका स्कूटर उन्हें कैसे जानेगा. सड़क पर चलने के बाद जैसे आपका चेहरा धूल से भर जाता है, ठीक उसी प्रकार स्कूटर पर भी धूल की परत जम जाती है. इतना ही नहीं, ये धूल स्कूटर के कोनों में भी जाकर फंस जाती है, जो उसके लिए नुकसानदेह है. इसका उपाय यही है कि आप अपनी दिनभर की यात्रा समाप्त करने के बाद या फिर रोज सुबह सफर शुरू करने से पहले उसकी ठीक ढंग से सफाई कर लें. संभव हो, तो नहाने से पहले आप अपने स्कूटर को भी पानी से धो सकते हैं और फिर सूखने पर हल्का गीले कपड़े से पोंछ सकते हैं. इससे इसकी चमक बरकरार रहेगी.
इंजन ऑयल करते रहें चेक
जब आप अपने खाने के लिए तरकारी बनाते हैं, तो सबसे पहले उसे सरसों तेल या फिर रिफाइन से तलते हैं. आपको पता है कि आप तरकारी को तेल में क्यों तलते हैं. यह तेल आपके शरीर के लिए इंजन ऑयल की तरह काम करता है, जिसे आप वैज्ञानिक भाषा में वसा कहते हैं. जैसे आपको आपके शरीर के लिए वसा की जरूरत पड़ती है, वैसे ही स्कूटर के पार्ट्स को भी ठीक ढंग से परफॉर्म करने के लिए इंजन ऑयल की जरूरत पड़ती है. जरूरत इस बात की है कि आप प्रत्येक दो से तीन महीने के अंतराल पर स्कूटर के इंजन ऑयल को हमेशा बदलवाते रहें. इसके साथ ही आप सुनिश्चित करें कि आप नियमित रूप से इंजन ऑयल के स्तर की जांच करते रहेंगे और यह देखेंगे कि कहीं आपके स्कूटर का इंजन ऑयल कम तो नहीं हो रहा है? इसके अलावा, उसके रिसाव पर नजर रखें और गंदा इंजन ऑयल उसमें कभी नहीं डालें.
टायरों की नियमित जांच करते रहें
जब आप स्कूटर चलाते हैं, तो उसके टायर में हवा का दबाव एक मात्रा तक रहना जरूरी होता है. इसके अलावा, टायर ही सड़कों से सीधे संपर्क में रहता है, जो कुछ समय बाद घिस जाता है. घिसा हुआ टायर आपके स्कूटर की स्पीड को कम कर देता है. इसके अलावा, घिसे हुए टायर में कट-फट होने का खतरा अधिक रहता है. टायरों को जकड़े रहने के लिए नट-बोल्ट भी लगे होते हैं, जो लगातार चलते रहने से ढीले भी हो सकते हैं. टायरों के साथ-साथ इन नट-बोल्टों का भी नियमित तौर पर जांच करते रहना चाहिए और उसमें तेल डालते रहना चाहिए.
Also Read: ‘टुक-टुक’ कर दो ट्रिम में फिर चल पड़ी e-Luna, नितिन गडकरी ने किया पेश
बैटरी को करते रहें चेक
आपके स्कूटर को स्टार्ट करने और उसमें टॉर्क जेनरेट करने में बैटरी की भूमिका अहम होती है. किसी भी गाड़ी का हर उपकरण बैटरी से ही चलते हैं. इसलिए बैटरी के नियमित रूप से चेक करते रहना चाहिए. बैटरी के डिस्चार्ज होने या डेड होने की स्थिति में स्कूटर के उपकरण काम करना बंद कर देते हैं, जिससे आदमी की परेशानी बढ़ जाती है. बैटरी कमजोर होने से पहले आपका स्कूटर इस बात का संकेत देना शुरू कर देता है कि बैटरी कमजोर हो गई है, उसे बदल देना चाहिए. उपकरणों से संकेत मिलने के साथ ही आप मोटर मैकेनिक के पास जाकर तत्काल बैटरी को बदलवा सकते हैं.
Also Read: Kia की 8 लाख वाली इस बड़ी कार ने फाड़ दिया बाजार! लॉन्चिंग के 1 महीने में ही 1 लाख की बुकिंग
नियमित सर्विसिंग करना बेहद जरूरी
किसी भी दूसरी गाड़ियों की तरह स्कूटर को भी समय-समय पर सर्विसिंग की जरूरत पड़ती रहती है. जब आप कोई भी गाड़ी खरीदते हैं, तो उसकी निर्माता कंपनी वाहन के साथ में एक बुकलेट भी देती है, जिसमें किसी भी गाड़ी की सर्विसिंग कराने के लिए दिशा-निर्देश दिए लिखे हुए होते हैं. स्कूटर की सर्विसिंग के लिए भी उसमें किलोमीटर के साथ दिशा-निर्देश दिया जाता है. आपको उस निर्देश के अनुसार, अपने स्कूटर की सर्विसिंग हमेशा कराते रहना चाहिए. इससे आपके स्कूटर का परफॉर्मेंस मजबूत बना रहता है.
Also Read: कोई नहीं पूछेगा पेट्रोल-डीजल का भाव, इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड और फ्लेक्स फ्यूल से बदलेगी वाहनों की दुनिया