जहां सड़क-बाढ़ तय करते हैं विधायक का भाग्य, राजनीति की प्रयोगशाला या नेता निर्माण केंद्र
Bajpatti Assembly constituency: बाजपट्टी विधानसभा क्षेत्र बिहार के सीतामढ़ी ज़िले में स्थित एक प्रमुख राजनीतिक क्षेत्र है, जहां जातीय समीकरणों और स्थानीय मुद्दों की भूमिका अहम रही है. यहां राजद और जदयू के बीच मुकाबला होता रहा है. डॉ. रेखा देवी क्षेत्र की प्रभावशाली नेता रही हैं.
By Nishant Kumar | July 10, 2025 6:47 PM
Bajpatti Assembly constituency: बाजपट्टी विधानसभा क्षेत्र, जो बिहार के सीतामढ़ी ज़िले में स्थित है, राजनीतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है. इसकी स्थापना 1950 के दशक में हुई थी और आरंभिक वर्षों में यह क्षेत्र भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का गढ़ माना जाता था. उस दौर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता यहां की राजनीति में प्रभावशाली भूमिका निभाते थे. समय के साथ जैसे-जैसे सामाजिक और जातीय समीकरण बदले, यहां की राजनीति भी बदलती गई. इस क्षेत्र की जनसंख्या में ओबीसी (विशेषकर कुशवाहा, यादव, कुर्मी), सवर्ण (ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत) और दलित समुदायों की हिस्सेदारी उल्लेखनीय है, जो चुनावी नतीजों को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं.
पहले JD(U) और बाद में RJD
1990 के दशक में जब लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय की लहर उठी और जनता दल (बाद में राजद) का उदय हुआ, तब बाजपट्टी क्षेत्र में भी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का प्रभाव बढ़ने लगा. इसके बाद से यहां का मुकाबला मुख्य रूप से राजद और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच बना रहा. इस क्षेत्र की राजनीति में डॉ. रेखा देवी का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिन्होंने कई बार अलग-अलग दलों से चुनाव जीतकर अपनी मजबूत राजनीतिक पकड़ को साबित किया है. उन्होंने 2005 से लेकर 2020 तक कई बार विधायक के रूप में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है — पहले जदयू और बाद में राजद से.
बाजपट्टी की राजनीति में स्थानीय मुद्दे जैसे सड़क, शिक्षा, बाढ़, स्वास्थ्य सेवाएं और बेरोजगारी प्रमुख भूमिका निभाते हैं. इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण और पंचायत स्तर की सक्रियता भी चुनावी नतीजों को प्रभावित करती है. 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से डॉ. रेखा देवी ने जीत दर्ज की और वर्तमान में वे विधायक हैं. आने वाले 2025 के चुनावों में एक बार फिर से महागठबंधन और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है, और क्षेत्र के मतदाता किसे अपना प्रतिनिधि चुनते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा.