एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर भड़के चिराग पासवान, बोले- काम कम बयान ज्यादा दे रही पुलिस
Bihar Politics: बिहार पुलिस के एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर अब एनडीए के घटक दल में भी नाराज हो गये हैं. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी ज्यादा भड़क गये हैं. किसानों को मर्डर से जोड़ने वाले बयान को चिराग ने "बेहद शर्मनाक" बताया है.
By Ashish Jha | July 18, 2025 8:04 AM
Bihar Politics: पटना. बिहार में बढ़ते अपराध पर एडीजी कुंदन कृष्णन के बयान पर अब चिराग पासवान भड़क गये हैं. उन्होंने विपक्षी पार्टियों से भी ज्यादा कड़े तेवर में सरकार पर निशाना साधा है. चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार पुलिस का ध्यान अपराधियों को पकड़ने के बजाय कहीं और है. पुलिस को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करना चाहिये. बिहार पुलिस के एडीजी (हेडक्वार्टर और एसटीएफ) कुंदन कृष्णन ने पत्रकारों से बात करते हुए कल बढ़ते अपराध को किसानों से जोड़ दिया था. बिहार में बढ़ते क्राइम ग्राफ पर उन्होंने कहा है कि अप्रैल, मई, जून में किसानों के पास काम नहीं होता उस समय ज्यादा मर्डर होते हैं.
पुलिस के ऐसे बयान बेहद चिंताजनक
एडीजी (हेडक्वार्टर और एसटीएफ) कुंदन कृष्णन के किसान पर दिये इस विवादित बयान के बाद चिराग पासवान ने सोशल मीडिया के जरिये बिहार सरकार और पुलिस पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर चिराग पासवान ने लिखा है, “बिहार पुलिस के एडीजी हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन का बयान अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारे अन्नदाता किसानों को अपरोक्ष रूप से हत्यारा बताना न सिर्फ उनके मान-सम्मान का अपमान है, बल्कि उनके त्याग और परिश्रम का भी अनादर है. अपराधियों पर शिकंजा कसने के बजाय बिहार पुलिस का ध्यान बेवजह के बयानों पर ज्यादा है, जो बेहद चिंताजनक है. प्रशासन को अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करनी चाहिए.” चिराग पासवान ने कहा कि काम कम और बयान ज्यादा देने में लगी है बिहार पुलिस.
पुलिस की कार्यशौली समझ के परे
चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर लिखा है “बिहार में कानून व्यवस्था आज एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है. प्रतिदिन हत्याएं हो रही है, अपराधियों का मनोबल आसमान पर है. पुलिस – प्रशासन की कार्यशैली समझ से परे है. आज पटना के रिहायशी इलाके में स्थित पारस अस्पताल के अंदर घुसकर अपराधियों द्वारा सरेआम गोलीबारी की घटना इस बात का प्रमाण है कि अपराधी अब कानून और प्रशासन को सीधी चुनौती दे रहे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बढ़ते अपराधिक मामले चिंताजनक है. उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ठोस और कड़े कदम उठाएगी.”