Bihar Election 2025: बिहार में राहुल गांधी की तस्वीर वाला सेनेटरी पैड बांटेगी कांग्रेस, 5 लाख महिलाओं तक पहुंचाने का लक्ष्य
Bihar Election 2025: चुनावी साल में कांग्रेस ने बिहार की महिलाओं को साधने के लिए बड़ा ऐलान किया है. पार्टी ने राज्यभर में 5 लाख महिलाओं को मुफ्त सेनेटरी पैड बांटने की घोषणा की है, जिनके पैकेट पर राहुल गांधी की तस्वीर छपी होगी. इस कदम को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.
By Abhinandan Pandey | July 5, 2025 10:17 AM
Bihar Election 2025: बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच कांग्रेस ने महिलाओं को साधने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू करने की घोषणा की है. शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पार्टी राज्य भर की 5 लाख महिलाओं को मुफ्त सेनेटरी पैड वितरित करेगी. यह योजना “माई-बहिन मान योजना” के तहत चलाई जाएगी. जिसमें सेनेटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी की तस्वीर और महिला कांग्रेस का लोगो भी छपा होगा.
”2500 रुपये प्रति माह सम्मान राशि दिलाने के लिए करेंगे आंदोलन”
राजेश कुमार ने कहा कि यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता और सम्मान को ध्यान में रखकर शुरू की जा रही है. उन्होंने कहा, “बिहार की महिलाएं लंबे समय से उपेक्षित हैं. कांग्रेस अब उन्हें न सिर्फ स्वास्थ्य संबंधी मदद देगी, बल्कि उन्हें सम्मान राशि देने की भी योजना बना रही है. हम महिलाओं को 2500 रुपये प्रति माह की सम्मान राशि दिलाने की मांग को लेकर आगे आंदोलन भी करेंगे.”
उन्होंने बताया कि महिला कांग्रेस इस अभियान के तहत महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करेगी और गांव-गांव जाकर संपर्क साधेगी। उन्होंने इसे महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में “क्रांतिकारी कदम” बताया.
राहुल गांधी की तस्वीर पर छिड़ा सियासी घमासान
हालांकि कांग्रेस की इस घोषणा पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इसे “महिलाओं का अपमान” करार देते हुए कहा कि सेनेटरी पैड जैसे संवेदनशील उत्पाद पर राहुल गांधी की तस्वीर लगाना कांग्रेस की महिला विरोधी सोच को दर्शाता है.
भंडारी ने कहा, “कांग्रेस महिलाओं को वोट बैंक समझती है. लेकिन बिहार की जागरूक महिलाएं इस बार इन्हें करारा जवाब देंगी. ” उन्होंने इस योजना को “राजनीतिक नौटंकी” बताया.
चुनावी स्टंट करार दे रहा विपक्ष
बहरहाल, कांग्रेस की इस घोषणा से बिहार की सियासत में नई बहस छिड़ गई है. जहां एक ओर पार्टी इसे महिला सशक्तिकरण का प्रयास बता रही है, वहीं विपक्ष इसे चुनावी स्टंट करार दे रहा है. आने वाले समय में यह मुद्दा किस ओर रुख लेता है, इस पर सबकी नजरें टिकी होंगी.