Bihar News: पहले चुनाव में ही गौड़ा बौराम बना वीआईपी सीट, 2020 में हुआ पहली बार वीआईपी कब्जा

Bihar News: अपने गठन के बाद पहले ही चुनाव में यह सीट वीआईपी बन गई. 2020 में इस सीट से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी जीत मिली. इस चुनाव के मद्देनजर पक्ष-विपक्ष के खेमे में अभी कई तस्वीरें धुंधली है.

By Ashish Jha | May 18, 2025 11:39 AM
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Bihar News: दरभंगा. सत्ता और शक्ति दोनों का प्रमुख केन्द्र रही मिथिला की इस सीट का राजनीतिक गलियारे में एक अलग मुकाम है. नाम गौड़ाबौराम. गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2008 मेंअस्तित्व में आया. इससे पूर्व यह घनश्यामपुर विधानसभा क्षेत्र में था. परिसीमन में इस विधानसभा क्षेत्र में गौड़ाबौराम, किरतपुर तथा बिरौल प्रखंड की कुल 30 पंचायतों को शामिल किया गया. अपने गठन के बाद पहले ही चुनाव में यह सीट वीआईपी बन गई. 2020 में इस सीट से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी जीत मिली. इस चुनाव के मद्देनजर पक्ष-विपक्ष के खेमे में अभी कई तस्वीरें धुंधली है. कई दिग्गजों की नजरें इस सीट पर गड़ी है. गठबंधन की राजनीति में कयासों का दौर तेज हैं.

पग-पग पर मिलती है चुनौती

यहां कसरौड़ की मां ज्वालामुखी के मंदिर में हर साल हजारों भक्त शीश नवाते हैं. विस क्षेत्र में पग-पग बिछी चुनौतियों से पार पाने के लिए नेता भी कई मुरादें लिये आते हैं. यहां की पहली चुनावी में जंग में राजद के कद्दावर नेता व पूर्वमंत्री डॉ. महावीर प्रसाद चुनाव हार गये. दूसरे चुनाव में जनता ने जिसे विधायक चुना वह मंत्री बन गये. विधानसभा चुनाव की आहट मिलते ही नेताओं में चुनावी सुगबुगाहट बढ़ चली है. कमला नदी का बहाव क्षेत्र होने के कारण यहां पग-पग पर चुनौतियां हैं. वर्ष 2015 के चुनाव में यहां से जदयू के मदन सहनी ने लोजपा के विनोद सहनी को पराजित किया था. मदन सहनी को 51403 और विनोद सहनी को 37341 वोट मिले थे. मदन सहनी फिलहाल सूबे के खाद्य व आपूर्ति मंत्री हैं.

महावीर प्रसाद से मदन सहनी तक बनते रहे मंत्री

बीते विधानसभा चुनाव में जदयू ने अपने सीटिंग विधायक डॉ. इजहार अहमद का पत्ता काटकर बहादुरपुर के विधायक मदन सहनी को यहां जदयू-राजद महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया था. डॉ. इजहार अहमद ने वर्ष 2010 के चुनाव मेंराजद के कद्दावर नेता और सूबे के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. महावीर प्रसाद को हराया था. उस समय डॉ. इजहार अहमद को 32258 और डॉ. महावीर प्रसाद को 22656 वोट मिले थे. 2020 में एनडीए के धड़े से यह सीट मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी (VIP) के खाते में गई है. यहां से वीआईपी की स्वर्णा सिंह जीजीं. आरजेडी के अफज़ल अली खान चुनाव हार गये.

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