नौतन विधानसभा सीट जीतकर केदार पांडे बने थे मुख्यमंत्री, 2015 में बीजेपी ने खोला खाता

Nautan Vidhan Sabha Chunav 2025: केदार पांडे ने 1967 में पहली बार चुनाव जीता और इसके बाद 1980 तक लगातार 4 बार चुनाव जीते. वह 1972 में करीब 15 महीने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बने. बाद में इंदिरा गांधी के अंतिम कार्यकाल के दौरान 12 नवंबर 1980 से 14 जनवरी 1982 तक रेल मंत्री भी रहे.

By Ashish Jha | July 10, 2025 8:15 AM
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Nautan Vidhan Sabha Chunav 2025: नौतन विधानसभा सीट बिहार की उन सीटों में से है, जहां के विधायक राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपत ली है. यह विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण जिले में पड़ता है और यह पश्चिम चंपारण संसदीय (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा भी है. 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद इस विधानसभा सीट में बदलाव किया गया और इसके तहत बैरिया और नौतन सामुदायिक विकास ब्लॉक को शामिल किया गया. बिहार का नौतन विधानसभा सीट पहले बेतिया का हिस्सा हुआ करती थी लेकिन अब पश्चिम चंपारण संसदीय सीट में चली गई है.

केदार पांडेय की सीट के तौर पर है पहचान

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय का चुनाव क्षेत्र नौतन विधानसभा सीट की बात करें तो यह राज्य के उन चंद सीटों में शामिल हैं जहां से चुनाव जीतने वाला मुख्यमंत्री बना. स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस नेता केदार पांडेय के नाम से यह सीट जानी जाती है. केदार पांडे ने 1967 में पहली बार चुनाव जीता और इसके बाद 1980 तक लगातार 4 बार चुनाव जीते. वह 1972 में करीब 15 महीने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बने. बाद में इंदिरा गांधी के अंतिम कार्यकाल के दौरान 12 नवंबर 1980 से 14 जनवरी 1982 तक रेल मंत्री भी रहे.

केदार पांडेय की पत्नी ने भी जीता चुनाव

केदार पांडेय की इस सीट पर उनके बाद 1980 और 1985 में उनकी पत्नी कमला पांडे यहां से चुनाव जीतने में कामयाब रहीं. कांग्रेस ने यहां से लगातार 6 बार चुनाव जीता. 1990 के बाद से कांग्रेस से यह सीट दूर होती चली गई और 1990 के चुनाव में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जीत हासिल की. 1990 के बाद से सीपीआई, समता पार्टी, बसपा और बीजेपी को एक-एक बार जीत मिली तो जनता दल यूनाइटेड यहां से 3 बार जीत चुकी है. जनता दल यूनाइटेड की इस सीट पर पकड़ रही है लेकिन 2015 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने यह सीट उनसे छीन ली. विधायक नारायण प्रसाद यहां से विधायक बने.

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