पहले था बीजेपी का प्रभाव
इससे पहले 2015 में भी नोखा के मतदाताओं ने अनीता देवी पर भरोसा जताया था, जिससे यह साबित हुआ कि दो चुनावों तक राजद का प्रभाव इस क्षेत्र में मजबूत बना रहा. हालांकि इससे पूर्व लंबे समय तक नोखा भाजपा के प्रभाव क्षेत्र में रही है. भाजपा के रामेश्वर प्रसाद यहां से लगातार चार बार विधायक चुने गए और वर्ष 2000 से 2015 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व करते रहे.
इतिहास
नोखा विधानसभा सीट पर 1967 तक कांग्रेस का दबदबा रहा. अब तक कुल विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 5 बार, भाजपा ने 4 बार, जनता दल और जनता पार्टी ने 2-2 बार, जबकि राजद ने भी 2 बार जीत हासिल की है. इसके अलावा, एक-एक बार जनता पार्टी (सेक्युलर) और कांग्रेस (ओ) ने भी यहां से जीत दर्ज की है.
जदयू को अभी तक नोखा से जीत नसीब नहीं हुई है. यह सीट अब भी आगामी चुनावों में राजनीतिक दलों के लिए अहम रणनीतिक केंद्र बनी हुई है, जहां पर जातीय समीकरण, विकास और पार्टी गठजोड़ बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
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