Raniganj Vidhan Sabha Chunav 2025:  रानीगंज सीट पर होगी सियासी जंग, चुनाव में तय होगी बिहार की तकदीर!

Raniganj Vidhan Sabha Chunav 2025: यह क्षेत्र रानीगंज वृक्ष वाटिका के लिए भी जाना जाता है, जो बिहार का सबसे बड़ा चिड़ियाघर है. साथ ही सरकारी अस्पताल और कई निजी स्वास्थ्य केंद्र यहाँ की जनता को सेवाएं प्रदान करते हैं. यहां हिंदी, मैथिली, भोजपुरी, उर्दू, बंगाली और मारवाड़ी भाषाएं बोली जाती हैं.

By Prashant Tiwari | July 10, 2025 7:27 PM
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Raniganj Vidhan Sabha Chunav 2025: अररिया जिले की रानीगंज विधानसभा सीट बिहार की उन सीटों में से है जो अपने जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और आने वाले चुनावों में इसकी भूमिका काफी अहम मानी जा रही है.

जाति समीकरण का है खेल 

रानीगंज विधानसभा क्षेत्र अररिया जिले में स्थित है और इसमें रानीगंज के साथ-साथ भागरमा के कुछ इलाके भी शामिल हैं. इस क्षेत्र का कुल क्षेत्रफल लगभग 531 वर्ग किलोमीटर है. इस सीट का हिस्सा अररिया लोकसभा क्षेत्र भी है. यहां की आबादी मुख्य रूप से अनुसूचित जाति, मुस्लिम, यादव और अतिपिछड़ा वर्ग से मिलकर बनी है, जो चुनावी समीकरण को जटिल बनाता है.

2020 का विधानसभा चुनाव परिणाम

पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू के अच्छमित ऋषिदेव ने राजद के प्रत्याशी को 2,304 वोटों के अंतर से हराया था। इस चुनाव में मतदान प्रतिशत लगभग 44.12% रहा. जातीय समीकरण के साथ-साथ स्थानीय विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रमुख चुनावी मुद्दे रहे.

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राजनीतिक समीकरण

रानीगंज सीट पर अनुसूचित जाति और मुस्लिम वोटरों की संख्या निर्णायक भूमिका निभाती है. जब ये वोटर एक साथ आते हैं तो महागठबंधन को बढ़त मिलती है, जबकि जदयू और भाजपा के गठजोड़ को अनुसूचित जाति के समर्थन से फायदा होता है. 2015 में जदयू-राजद गठबंधन ने जीत हासिल की थी, वहीं 2020 में जदयू ने अकेले ही यह सीट जीती.

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