बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर करें मतदान
सभा को संबोधित करते हुए पीके ने कहा, “अब समय आ गया है कि बिहार की जनता जाति और नेता के नाम पर वोट न देकर अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर मतदान करे.” उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पूरी योजना शिक्षा, रोजगार और विकास के इर्द-गिर्द केंद्रित है.
लालू यादव पर बोला हमला
इस दौरान प्रशांत किशोर ने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर तीखा हमला भी बोला. उन्होंने कहा, “बच्चों की फिक्र क्या होती है, वो लालू यादव से कोई सीखे. उनका बेटा 9वीं पास भी नहीं है, लेकिन उसे बिहार का राजा बनाने की जिद पाले हुए हैं. वहीं, बिहार का पढ़ा-लिखा युवा नौकरी के लिए भटक रहा है.”
उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव ना तो लालू यादव के लिए है, ना नीतीश कुमार के लिए और ना नरेंद्र मोदी के लिए यह चुनाव बिहार के बच्चों की शिक्षा, उनके रोजगार और बेहतर भविष्य को लेकर है.
पीके ने पलायन की समस्या पर भी जताई चिंता
सभा में प्रशांत किशोर ने पलायन की समस्या पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, “हर साल छठ के बाद लाखों युवा मजदूरी के लिए दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं. जन सुराज की सरकार आने पर युवाओं को अपने ही राज्य में सम्मानजनक रोजगार मिलेगा.” पीके के इन ऐलानों और हमलों ने साफ कर दिया है कि उनकी रणनीति विकास और जन सरोकारों के एजेंडे पर टिकी है, जिसका सीधा असर बिहार की मौजूदा राजनीति पर पड़ सकता है.
Also Read: नालंदा में बनेगा बिहार का पहला हाईटेक मछली मॉल, मछुवारों को एक ही छत के नीचे मिलेंगी कई सुविधाएं