Bihar News: अपार संभावनाओं के बावजूद राजनगर के विकास का सपना अधूरा, क्षेत्र को उद्धारक का इंतजार

Bihar News: इस विधानसभा क्षेत्र के लोग यूं तो अनेकों जन समस्याओं से जूझ रहे हैं. अपार संभावनाओं के बावजूद राजनगर के विकास का सपना अब तक अधूरा है. क्षेत्र को आज भी उद्धारक का इंतजार है.

By Ashish Jha | May 18, 2025 11:35 AM
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Bihar News: मधुबनी. अंधराठाढ़ी व राजनगर प्रखंडों को मिला कर बना है राजनगर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र. इस विधानसभा क्षेत्र में राजनगर प्रखंड की 25 और अंधराठाढ़ी प्रखंड की 18 पंचायतें शामिल हैं. इस विधानसभा क्षेत्र के लोग यूं तो अनेकों जन समस्याओं से जूझ रहे हैं. अपार संभावनाओं के बावजूद राजनगर के विकास का सपना अब तक अधूरा है. क्षेत्र को आज भी उद्धारक का इंतजार है. देश को आजादी मिले सात दशक से अधिक बीत चुके हैं, लेकिन राजनगर राज परिसर को पर्यटन केंद्र का दर्जा नहीं मिल सका. हर चुनाव में प्रत्याशी जनता को उक्त स्थल को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाने का आश्वासन मतदाताओं को थमाते आ रहे हैं. लेकिन, दशकों बीत जाने के बाद भी इनके वादे व दावे धरातल पर आकार नहीं ले सके.

ये मुद्दे जिनपर होते हैं नेताओं से सवाल

विधानसभा में शामिल इलाकों की प्रमुख समस्याओं में कृषि महाविद्यालय की स्थापना ना होना, अधूरे पश्चिमी कोसी नहर का निर्माण पूर्ण नहीं होना, राजनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को रेफरल अस्पताल का दर्जा नहीं मिल पाना, अंधराठाढ़ी प्रखंड स्थित भदुआरघाट में कमला नदी पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण नहीं हो पाना, पलार गांव में स्लूइस गेट का निर्माण और कमलादित्य स्थान को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाया जाना सहित छोटे-बड़े दर्जनों मुद्दे शामिल हैं. जनता अब नेताओं से इन समस्याओं को लेकर सवाल करने लगी है.

राज परिसर को नहीं मिला पर्यटन क्षेत्र का दर्जा

देश की आजादी के बाद जमींदारी प्रथा की समाप्ति के साथ ही राजनगर स्थित ऐतिहासिक राज परिसर को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाए जाने की मांग लोग उठाने लगे. जनता में यह आस जगी थी कि राज परिसर को पर्यटन केंद्र का दर्जा मिलने से निरंतर जर्जरता का शिकार हो रहे उक्त स्थल का संरक्षण व विकास तो होगा ही, साथ ही पर्यटन मानचित्र में शामिल होने से देश-विदेश के पर्यटकों का आगमन होगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अनेकों अवसर मिल सकेंगे. इससे इलाके की आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। लेकिन, यह सपना आज तक हकीकत ना बन सका.

नहीं हुई कृषि महाविद्यालय की स्थापना

विगत दो दशक पूर्व राजनगर स्थित डायजी क्वार्टर में कृषि महाविद्यालय का शिलान्यास चतुरानन मिश्र व राजकुमार महासेठ की मौजूदगी में तत्कालीन राज्यपाल एआर किदवई ने किया था. शिलान्यास के बाद स्थानीय लोगों में कृषि शिक्षा व कृषि कार्य के उत्तरोत्तर प्रगति की आस जगी थी. लेकिन, कृषक बहुल राजनगर विधानसभा क्षेत्र के लोगों का दशकों पुराना सपना अब तक अधूरा है. इसी प्रकार राजनगर व अंधराठाढ़ी प्रखंडों के बीच भदुआर घाट में कमला नदी पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण स्थानीय जनता की पुरानी मांग रही है. अंधराठाढ़ी प्रखंड स्थित सुप्रसिद्ध कमलादित्य स्थान स्थित सूर्य मंदिर को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाया जाना अंधराठाढ़ी के लोगों का वर्षों पुराना सपना रहा है. दशकों बीत जाने के बाद भी यह अधूरा है। विधानसभा चुनाव में एक बार फिर यह मुद्दा चर्चा में है.

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