Sugauli Vidhansabha: तीन बार विधायक, दो बार मंत्री, फिर ऐसे हुई रामचंद्र सहनी की हार
Sugauli Vidhansabha: रामचंद्र सहनी बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता और तीन बार सूगौली से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने मंत्री के रूप में भी विभिन्न विभागों में कार्य किया. सादगी, अनुशासन और जनसेवा से जुड़ी उनकी राजनीति आज भी उन्हें जनता से जोड़ती है. वे बिहार की राजनीति में एक प्रेरणास्रोत बने हुए हैं.
By Paritosh Shahi | August 4, 2025 9:17 PM
Sugauli Vidhansabha: रामचंद्र सहनी बिहार की राजनीति के एक अनुभवी और लोकप्रिय नेता हैं, जिन्होंने सुगौली विधानसभा सीट से तीन बार जीत दर्ज की. वे राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. अपनी सादगी, जनसेवा और संगठनात्मक क्षमता के कारण वे भाजपा और जनता के बीच एक विश्वसनीय चेहरा बने रहे.
रामचंद्र सहनी बिहार के पूर्व विधायक और राजनीति के अनुभवी नेता हैं. उन्होंने वर्षों तक सुगौली विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में तीन बार (2005, 2010, 2015) जीत दर्ज की है. उनका जन्म बिहार के पूर्वी चंपारण के काइथवालिया में 2 मार्च 1944 को हुआ था.
रामचंद्र सहनी के बारे में जानिए
सहनी ने बिहार सरकार में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं. वे 2005 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद उन्हें राज्य सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई. उन्होंने पर्यावरण एवं वन विभाग तथा खनिज एवं भूविज्ञान विभाग में राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया. अपने कार्यकाल में उन्होंने ग्रामीण विकास, पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर उपयोग पर विशेष ध्यान दिया.
राजनीति के साथ-साथ रामचंद्र सहनी का सामाजिक क्षेत्र में भी बड़ा योगदान रहा है. राजनीति में आने से पहले वे शिक्षा और कृषि के क्षेत्र से जुड़े रहे. उनका यह अनुभव उन्हें जनता से जोड़ता रहा और वे हमेशा जमीन से जुड़े नेता के रूप में पहचान बनाए रहे हैं.
रामचंद्र सहनी की छवि एक अनुशासित, संगठनात्मक रूप से मजबूत और साफ-सुथरे नेता की रही है. 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर से प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, हालांकि वे चुनाव जीत नहीं सके. रामचंद्र सहनी आज भी बिहार की राजनीति में एक ऐसा नाम हैं जिनका अनुभव, सादगी और सेवा भाव के लिए जानें जाते हैं.