इस खबर को भी पढ़ेंः भारतीय रेल की गति बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेगा फ्रांस
उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में प्रभु ने कहा कि इस मंजूरी के साथ गतिमान एक्सप्रेस की रफ्तार बढ़कर 200 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हो जायेगी. उन्होंने कहा कि आप खुद से इसकी कल्पना कर सकते हैं कि इससे यात्रा समय में कितनी बचत होगी. भविष्य की योजना साझा करते हुए प्रभु ने कहा कि सरकार ने छह-आठ महीने पहले ट्रेनों की गति 600 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक करने की दिशा में काम करने के लिए बड़े प्रौद्योगिकी कंपनियों को बुलाया था.
प्रभु ने कहा कि हम एपल जैसी कंपनियों के साथ पहले से बातचीत कर रहे हैं. देश में प्रौद्योगिकी का आयात नहीं किया जायेगा, बल्कि उसका यहां विकास किया जायेगा. मंत्री ने कहा कि सुरक्षा भी महत्वपूर्ण चिंता का विषय है और भारतीय रेलवे ऐसे डिब्बों के उपयोग की योजना बना रहा है, जो अल्ट्रासोनिक प्रौद्योगिकी के जरिये रेल में टूट-फूट का पता लगा सके.
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