नोटबंदी और जीएसटी के बाद वित्त वर्ष बदलकर जोखिम नहीं लेना चाहती है सरकार

नयी दिल्ली : नोटबंदी और जीएसटी की मार झेल रही देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष बदलने का प्लान को फिलहाल के लिए टाल दिया है. पहले इस तरह की घोषणा हुई थी कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2017 11:44 AM
an image

नयी दिल्ली : नोटबंदी और जीएसटी की मार झेल रही देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष बदलने का प्लान को फिलहाल के लिए टाल दिया है. पहले इस तरह की घोषणा हुई थी कि वित्त वर्ष अप्रैल – मार्च की बजाय जनवरी – दिसंबर किया जायेगा. ज्ञात हो कि पिछले करीब 150 साल से देश में वित्त वर्ष अप्रैल से मार्च तक चलता है, लेकिन सरकार ने वैश्विक ट्रेंड को देखते हुए जनवरी – दिसबंर करने का फैसला लिया था.

नोटबंदी का बकरीद के बाजार पर भी पड़ रहा असर, बकरों के नहीं मिल रहे करोड़ खरीदार

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version