पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 31 जुलाई को लोकसभा में कहा था कि सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की सभी पेट्रोलियम कंपनियों से कहा है कि अगले साल मार्च के अंत तक सभी तरह की सब्सिडी को खत्म करने के लिए वे हर महीने रसोई गैस सिलेंडर के दाम 4 रुपये प्रति सिलेंडर बढाएं. इससे पहले एक अगस्त को तेल कंपनियों ने 2.31 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की थी, इसलिए इसको बराबरी पर लाने के लिए इस बार ज्यादा वृद्धि की गयी है.
पिछले साल जुलाई में इस नीति को लागू किये जाने से अब तक एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 68 रुपये की वृद्धि हुई है. जून 2016 में इसकी कीमत 419.18 रुपये थी. इसके अलावा बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 73.50 रुपये बढ गयी है और अब यह 597.50 रुपये हो गयी है. पिछली बार इसकी कीमत में 40 रुपये की कमी हुई थी. इसी के साथ पेट्रोलियम कंपनियों ने विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमत में 4 फीसदी वृद्धि की है. यह वृद्धि वैश्विक दामों को ध्यान में रखते हुए की गयी है.
विमान ईंधन की कीमत अब 50,200 रुपये प्रति किलोलीटर हो गयी है. यह पहले रहे 48,110 रुपये किलोलीटर के दाम से 1,910 रुपये अधिक हैं. इससे पहले एक अगस्त को इसकी कीमत में 2.3 फीसदी की वृद्धि की गयी थी. इसी के साथ राशन की दुकान पर मिलने वाले मिट्टी के तेल (केरोसिन) की कीमत में भी लगभग 25 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी है. सरकार एलपीजी की तरह ही केरोसिन पर भी सब्सिडी खत्म करने की नीति पर काम कर रही है. पिछले साल एक जुलाई से मिट्टी के तेल के दाम हर पखवाड़े 25 पैसे प्रति लीटर बढाये जा रहे हैं.
दिल्ली केरोसिन मुक्त राज्य घोषित हो चुका है. मुंबई में केरोसिन तेल की कीमत 22.27 रुपये प्रति लीटर हो गयी है जो पहले 22 रुपये थी. एक जुलाई 2016 को केरोसिन की मुंबई में कीमत 15.02 रुपये प्रति लीटर थी. सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी और विमान ईंधन की कीमतें संशोधित करती हैं. यह बढोतरी पिछले महीने तेल की औसत कीमत और विदेशी मुद्रा विनिमय दर के आधार पर की जाती है.
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