VIDEO : परवान चढ़ कर Bitcoin कहीं Tulip की तरह गिर न जाये…!

वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन ने पूरी दुनिया में धमाल मचा रखा है. रुपया, डॉलर, पाउंड, यूरो जैसी करेंसीज से तो आप वाकिफ ही हैं, लेकिन इन सबसे ऊपर बिटकॉइन का क्रेज परवान चढ़ रहा है. इसकी कीमत 10 हजार डॉलर को पार कर गयी है. 2018 में इसका मूल्य 40000 डॉलर तक जाने की उम्मीद है.... […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2017 5:03 PM
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वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन ने पूरी दुनिया में धमाल मचा रखा है. रुपया, डॉलर, पाउंड, यूरो जैसी करेंसीज से तो आप वाकिफ ही हैं, लेकिन इन सबसे ऊपर बिटकॉइन का क्रेज परवान चढ़ रहा है. इसकी कीमत 10 हजार डॉलर को पार कर गयी है. 2018 में इसका मूल्य 40000 डॉलर तक जाने की उम्मीद है.

आपको यह जान कर हैरानी होगी कि 31 अक्तूबर 2008 को अस्तित्व में आये बिटकॉइन का मूल्य वर्ष 2009 में 36 पैसे था. जो 2013 तक 12000 रुपये का हो गया. पिछले दो साल में इसका भाव बढ़ता चला गया है. इस वर्ष मई तक इसकी कीमत एक लाख 62 हजार रुपये हो गयी थी.

फिलवक्त, रुपये के लिहाज से 1 बिटकॉइन का दाम लगभग 8,50,000 रुपये के आसपास चल रहा है. बताते चलें कि एक साल के अंदर इस वर्चुअल करेंसी में करीब 900 प्रतिशत का उछाल आया है.

सावधानी भी है जरूरी, क्योंकि…

अगर आप भी उम्मीद से ज्यादा रिटर्न पाने की चाहत में बिटकॉइन में निवेश करना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

यहां यह जानना गौरतलब है कि बिटकॉइन एक अन-रेगुलेटेड करेंसी है. यानी भारत, या दुनिया के किसी भी देश ने बिटकॉइन को न मान्यता दी है, न इसकी जिम्मेवारी ली है और न ही इस पर उसका कोई नियंत्रण है. ऐसे में अगर आपका पैसा डूबता है, तो इसके सीधी जिम्मेवारी आप ही को उठानी होगी.

यही नहीं, इसमें अकाउंट हैक होने का भी खतरा है. और अगर गलती से आप अपने अकाउंट का पासवर्ड भूल जायें, तो आपकी सारी जमा-पूंजी चली गयी समझो.

बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं, तो…

इसके बावजूद बिटकॉइन के कारोबार में दुनिया भर के बड़े निवेशकों का रुझान बढ़ा है. इस आकर्षण की सबसे बड़ी वजह यह है कि इसकी कीमत पिछले आठ वर्षों में लगभग साढ़े चार लाख गुना बढ़ी है.

ऐसे में अगर आप भी बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं, तो बताते चलें कि बिटकॉइन को जेबपे, यूनिकॉर्न और कॉइनबेस से ऑनलाइन खरीद सकते हैं. इसमें केवाईसी के लिए आपसे आपका पता और पैन कार्ड की डिटेल्स मांगी जाती है.

प्रक्रिया पूरी करने के बाद आप बिटकॉइन वॉलेट के मालिक बन जाते हैं, जिसके जरिये आप बिटकॉइन की खरीदारी कर सकते हैं. यह डिजिटल करेंसी एक कोड के रूप में होती है.

जानिये बिटकॉइन के बारे में सबुकछ, कैसे खरीदें- कितना है खतरा

बिटकॉइन का इस्तेमाल कहां-कहां…

जानकारों की मानें, तो आज दुनियाभर में 2.5 करोड़ से अधिक बिटकॉइन सर्कुलेशन में हैं. इस करेंसी का इस्तेमाल सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होता है.

बिटकॉइन इतनी प्रचलित हो चुकी है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका इस्तेमाल होटल, रेस्त्रां, टूरिज्म, ज्यूलरी बिजनेस से लेकर सट्टेबाजी, हत्या की सुपारी और फिरौती के लिए भी धड़ल्ले से हो रहा है.

कितना सुरक्षित है आपका पैसा…

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिटकॉइन को भविष्य की करेंसी मानें या एक गुब्बारा, जो बस फूलता ही जा रहा है. और कभी भी फट सकता है.

इस क्रम में अमेरिका के सबसे बड़े बैंक जेपी मॉर्गन चेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेमी डिमॉन ने भी बिटकॉइन को लेकर सवाल उठाये हैं.

बिटकॉइन और ट्यूलिप के फूल…

बिटकॉइन के भविष्य पर सवाल उठानेवाले जानकार अब तो यह भी कहने लगे हैं कि बिटकॉइन के प्रति दीवानगी का नतीजा कहीं सत्रहवीं सदी की शुरुआत में ट्यूलिप के फूलों जैसा न हो जाये.

उल्लेखनीय है कि 1999 में माइक डैश ने अपनी किताब ‘ट्यूलिपोमेनिया’ में 400 साल पुराने उस किस्से का बड़ा दिलचस्प वर्णन किया है.

किताब के मुताबिक, सन् 1623 में एम्सटर्डम शहर में आज के टाउनहाउस के बराबर की कीमत में उस समय ट्यूलिप की एक खास किस्म की दस गांठें खरीदी गयी थीं. लेकिन, उस पैसे पर भी ट्यूलिप की गांठों के मालिक ने सौदा नहीं किया था.

जब इस सौदे की चर्चा दूर-दराज तक फैली, तो बाजार में तरह-तरह की खूबियों वाले ट्यूलिप्स की और गांठें भी आने लगीं. देखते ही देखते इन ट्यूलिप्स को पैसे की तरह लेन-देन में इस्तेमाल किया जाने लगा था.

संपत्ति को ट्यूलिप की गांठों के बदले में बेचे जाने के कई किस्से सुने गये. फिर क्या था! 1637 तक यह कारोबार बुलंदी पर पहुंच चुका था. उस समय बड़े कारोबारी ही नहीं, मोची, बढ़ई और दर्जी तक ट्यूलिप के कारोबार में लग गये थे.

‘ट्यूलिपोमेनिया’ में बताया गया है कि ट्यूलिप की कई गांठें एक दिन में दस बार तक बिक जाती थीं. ऐसे में इसके कारोबार में मंदी आनी ही थी.

1637 में ही एक दिन अचानक ट्यूलिप का बाजार ध्वस्त हो गया. वजह साफ थी. रईस से रईस लोग, सस्ता से सस्ता ट्यूलिप नहीं खरीद पा रहे थे.

कारोबार बैठा तो कई तरह की परेशानियां खड़ी हो गयीं. कर्ज लेकर कारोबार करने वालों के लिए सबसे ज्यादा मुसीबत हो गयी.

कहीं ट्यूलिप की तरह बिटकाॅइन का कारोबार भी धराशायी तो नहीं हो जायेगा, बता रहे हैं जाने-माने निवेश सलाहकार राजीव रंजन झा़.

देखें वीडियो –

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