वाशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का मानना है कि एक वर्ष पहले भारत ने नोटबंदी की जो कवायद की थी, उसके मध्यम अवधि में लाभ मिलेंगे.
IMF के विलियम मरे ने हर पखवाड़े होने वाले संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमें लगता है कि एक वर्ष पहले हुई नोटबंदी के शानदार लाभ होंगे. इन लाभ के दूर तक जाने की संभावना है.
मरे ने कहा कि नोटबंदी की वजह से नकदी की कमी के कारण मुख्य रूप से, शुरुआती तौर पर, निजी उपभोग, लघु उद्योग और आर्थिक गतिविधियों में कुछ तात्कालिक समस्याएं सामने आयीं.
उन्होंने कहा, लेकिन इनके प्रभाव अस्थायी होंगे. मरे ने कहा, आर्थिक गतिविधियों पर सूचना एवं उनकी अधिक औपचारिकता और बैंकिंग प्रणाली एवं डिजिटल भुगतान के अधिक प्रयोग से अधिक प्रभावशाली भुगतान प्रणाली के जरिये मध्यम अवधि में नोटबंदी के संभावित प्रभाव पड़ सकते हैं.
IMF जनवरी में भारत के साथ साथ दुनिया के अन्य देशों की विकास दर पर अपने अनुमान जारी करने वाला है.
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