पहली तिमाही जीडीपी वृद्धि रिकॉर्ड 8.2 प्रतिशत पर, ”अच्छे दिन” का दावा कर सकती है मोदी सरकार

नयी दिल्‍ली : पेट्रोल डीजल की बढ़ती किमतों पर एक ओर विपक्ष सरकार को घेरने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रही है. वहीं दूसरी ओर रिजर्व बैंक के एक रिपोर्ट ने सरकार की चिंताओं को थोड़ा कम किया है. रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि निवेश के मामले में अर्थव्‍यवस्‍था […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2018 11:47 AM
feature

नयी दिल्‍ली : पेट्रोल डीजल की बढ़ती किमतों पर एक ओर विपक्ष सरकार को घेरने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रही है. वहीं दूसरी ओर रिजर्व बैंक के एक रिपोर्ट ने सरकार की चिंताओं को थोड़ा कम किया है. रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि निवेश के मामले में अर्थव्‍यवस्‍था अच्‍छा प्रदर्शन कर रहा है. कृषि और विनिर्माण क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन की बदौलत देश की आर्थिक वृद्धि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 8.2 प्रतिशत की तेज रफ्तार के साथ बढ़ी है. इसके साथ ही भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुये दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा बरकरार रखा है.

मोदी सरकार इस आंकड़े को अच्छे दिनों के तौर पर देख रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जून तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत दर्ज की गयी. एक साल पहले इसी अवधि में यह वृद्धि 5.6 प्रतिशत थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 2011-12 के स्थिर मूल्यों के आधार पर पहली तिमाही में जीडीपी का आंकड़ा 33.74 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि 2017- 18 की इसी अवधि में 31.18 लाख करोड़ रुपये रही थी.

इकोनोमिक टाइम्‍स की एक खबर के अनुसार नौकरियों के अवसर पैदा करने वाले मध्य एवं लघु उद्योगों में भी निवेश बढ़ा है, इसकी राजनीति में भी खूब चर्चा होती रहती है. माना जा रहा है कि इन आंकड़ों का हवाला देकर सरकार जीएसटी और नोटबंदी की वजह से हुए नुकसान के आरोपों को खारिज करने की कोशिश करेगी. विपक्ष सरकार को लगातार आर्थिक मोर्चे पर घेरने की कोशिश करता रहता है. ऐसे में ये आकड़े सरकार के लिए एक हथियार का काम कर सकती है.

वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इन आंकड़ों पर ट्वीट जारी कर कहा कि आर्थिक वृद्धि के आंकड़े नये भारत की संभावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं. ‘सुधारों और राजकोषीय अनुशासन का बेहतर परिणाम मिला है. भारत नव मध्यम वर्ग के विस्तार को देख रहा है.’ नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने ट्वीट में कहा, ‘जीडीपी के 8.2 प्रतिशत पर पिछली नौ तिमाहियों के उच्चस्तर पर पहुंचने का बहुत अच्छा समाचार है.’ वित्त सचिव हसमुख अधिया ने कहा कि आर्थिक स्थिति में सुधार की यह उल्लेखनीय गति है. पिछली चार तिमाहियों में पहले 6.3 प्रतिशत, फिर सात प्रतिशत, 7.7 प्रतिशत और अब 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हासिल होना अपने आप में उल्लेखनीय है.

अंग्रेजी अखबार ने छापा है कि रिजर्व बैंक ने संसद की स्थायी समिति को बताया, ‘कुल मिलाकर निवेश के मामले में अर्थव्यवस्था बढ़ रही है. तमाम इंडिकेटरों और निवेश की गतिविधियों के आगे भी मजबूत होने की संभावना है. बढ़ते निवेश से भविष्य में और भी फायदे होंगे.’ आरबीआई का यह रिपोर्ट कार्ड नोटबंदी और जीएसटी की वजह से लघु और मध्यम उद्योगों के नुकसान वाले आरोपों से लड़ने में सरकार की मदद करेगा. न केवल मध्यम उद्योग में सुधार हुआ है बल्कि बड़े उद्योगों का भी क्रेडिट पिछले साल के मुकाबले -1.7 फीसदी से बढ़कर 0.8 फीसदी हो गया है. सरकार इन आंकड़ों के मुताबिक रोजगार में वृद्धि का भी दावा कर सकती है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version