बैंक ने बयान में कहा कि नयी योजना में ब्याज दर एमसीएलआर पर आधारित मौजूदा ब्याज दर की तुलना में 0.25 प्रतिशत कम होगी. आवास ऋण के लिए नयी दरें 8.25 फीसदी से 8.35 फीसदी के बीच होंगी. कार के लिए कर्ज की दर 8.65 फीसदी होगी. बैंक ने कहा कि मौजूदा ग्राहक मामूली शुल्क देकर रेपो आधारित ब्याज दर का विकल्प चुन सकेंगे. वहीं, इलाहाबाद बैंक ने कहा कि उसने 75 लाख रुपये तक के कर्ज को बाहरी मानक दरों (ईबीएलआर) के साथ जोड़ा है. इसमें रेपो दर घटक के रूप में शामिल हैं.
इलाहाबाद बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि बैंक ने एक सितंबर, 2019 से स्वीकृत होने वाले मुद्रा लोन और 75 लाख रुपये तक के आवास कर्ज की दर को ईबीएलआर से जोड़ने का फैसला किया है. बैंक ने कहा कि लेनदारों के पास कोष की सीमांत लागत की दर (एमसीएलआर) से जुड़े कर्ज और बाहरी मानक आधारित दर से जुड़े कर्ज लेने का विकल्प होगा. इलाहाबाद बैंक ने कहा कि वह 40 लाख और उससे ऊपर के सभी बैंक बचत जमा को भी एक अक्टूबर, 2019 से बाहरी मानक दर से जोड़ेगा.
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