गंगवार ने कहा कि दोनों योजनाएं आसान हैं तथा इनके तहत पंजीयन के लिए महज आधार कार्ड और बचत खाता या जनधन खाता की जरूरत है. उन्होंने दावा किया कि इन योजनाओं में पंजीयन कराने में महज दो से तीन मिनट लगते हैं. बयान में कहा गया कि इसमें किस्त भी बहुत कम रखी गयी है. पंजीयन कराने वाले की उम्र के हिसाब से मासिक किस्त को 55 से 200 रुपये के बीच रखा गया है.
उन्होंने कहा कि यदि एक व्यक्ति की उम्र 30 साल है, तो उसे हर महीने करीब 100 रुपये मासिक का अंशदान देना होगा. इस तरह ऐसा व्यक्ति एक साल में 1,200 रुपये तथा पूरे पात्र उम्र में 36 हजार रुपये का योगदान देगा. हालांकि, जब वह 60 साल का हो जायेगा, उसे सालाना 30 हजार रुपये मिलेंगे. इस व्यक्ति के निधन के बाद उसके जीवनसाथी को 50 फीसदी पेंशन यानी 1,500 रुपये हर महीने मिलेंगे.
बयान के अनुसार, यदि पति और पत्नी दोनों योजना के लिए पात्र हैं, तो दोनों इसे चुन सकते हैं. ऐसे में 60 साल का होने के बाद उन्हें संयुक्त रूप से हर महीने छह हजार रुपये मिलेंगे, जो उनके जीवनयापन के लिए पर्याप्त होगा.
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