इस विचार-विमर्श में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह, सदस्य अजय नारायण झा, प्रोफेसर अनूप सिंह, डॉ अशोक लाहिड़ी और डॉ रमेश चंद शामिल हुए. विचार-विमर्श के बाद अध्यक्ष और सदस्यों ने रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किये.
रिपोर्ट को केंद्र और राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय, पिछले वित्त आयोग के अध्यक्ष और सदस्य, आयोग की परामर्श परिषद, विशेषज्ञों, अकादमिक संस्थानों के विद्वानों और बहुआयामी संस्थानों से विस्तृत विचार-विमर्श के बाद अंतिम रूप दिया गया है.
वित्त आयोग यह रिपोर्ट अगले महीने प्रधानमंत्री को भी सौंपा जायेगा. केंद्रीय वित्त मंत्री सरकार द्वारा की गयी कार्रवाई रिपोर्ट के साथ इसे संसद में पेश करेंगे. रिपोर्ट में अगले पांच वर्षों के लिए सिफारिशें संकलित की गयी हैं.
15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह ने इसी माह में कहा था कि वित्तीय नियमों को लागू करने के लिए वित्तीय परिषद जैसा भरोसेमंद और स्वतंत्र वित्तीय संस्थान के गठन और क्रियान्वयन व्यवस्था लागू किया जाना चाहिए.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.