लोकसभा में आर्थिक सर्वे पेश : इकोनॉमी का बुरा समय हुआ खत्‍म, अब सबके आंसू पोछने का दावा

नयी दिल्‍ली : संसद में शुक्रवार को वित्त राज्‍य मंत्री जयंत सिन्‍हा ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया. सर्वे में जीडीपी की ग्रोथ रेट आठ प्रतिशत से ऊपर रहने का अनुमान लगाया गया है. साथ ही कहा गया है कि आने वालों सालों में यह आठ से 10 प्रतिशत तक हो सकती है. सर्वे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2015 12:22 PM
feature

नयी दिल्‍ली : संसद में शुक्रवार को वित्त राज्‍य मंत्री जयंत सिन्‍हा ने आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया. सर्वे में जीडीपी की ग्रोथ रेट आठ प्रतिशत से ऊपर रहने का अनुमान लगाया गया है. साथ ही कहा गया है कि आने वालों सालों में यह आठ से 10 प्रतिशत तक हो सकती है. सर्वे में यह भी उल्लेख किया गया है कि अब डबल डिजिट के ग्रोथ रेट को हासिल करना मुश्किल नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया कि कृषि क्षेत्र का विकास दर 4 प्रतिशतकी विकास दर चार फीसदी रहेगी.रिपोर्ट मेंआर्थिक तरक्‍की के लिए माहौल को अनुकूल बताया गया. सर्वे में बताया गया कि करेंट अकाउंट घटा 1.3 फीसद रहने का अनुमान है. विकास दर इस साल 7.1प्रतिशतरहने का अनुमान है. सर्वे में कहा गया कि इकोनोमिक का सबसे खराब समय बीत चुका है.

सर्वे में कहा गया है कि विकास दर में चीन को पीछे छोड़ा जा सकता है. रिपोर्ट के कवर पेज पर ही भारत और चीन की तुलना की गयी है. सर्वे रिपोर्ट पेश होने के साथ ही शेयर बाजार में भी रौनक लौट आयी है. बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्‍स 250 से अधिक अंक उपर चला गया है.सर्वे में कहा गया कि सरकार युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगी. पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टन‍रशिप) में पेंशन-इंश्योरेंस का फंड लाया जा सकता है. सरकार ने कहा कि इकोनॉमी का बुरा समय समाप्‍त हो गया है. अब सभी के आंसू पोछने का समय है.

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कही गयी है कि 2013 से महंगाई दर में 6 फीसदी की गिरावट आयी है. अप्रैल-दिसंबर में महंगाई दर घटी है. सर्वे में कहा गया कि सरकार अपने खर्च के लिए कर्ज नहीं लेगी, सिर्फ निवेश के लिए कर्ज लिया जाएगा. सबके दु:ख दूर किये जायेंगे. सब्सिडी से की गयी बचत का इस्‍तेमाल नये निवेश के लिए किया जाएगा. वित्तीय घाटा कम करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. फर्टिलाइजर और फ्यूल सब्सिडी कम करना रिफॉर्म का जरूरी हिस्सा है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

Business

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version