कल कारोबारी सत्र में सेंसेक्स में काफी उतार-चढाव देखने को मिला. रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा के बाद नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखे जाने के फैसले के बाद सेंसेक्स गिर गया है. सेंसेक्स में पिछले चार दिनों से जारी तेजी पर मंगलवार को विराम लग गया और सेंसेक्स 115 अंक गिरकर 28,071.93 अंक पर बंद हुआ था. केंद्रीय बैंक ने ऊंची महंगाई दर और बैंकों द्वारा पिछली कटौतियों का लाभ पूरी तरह ग्राहकों तक नहीं पहुंचाने का हवाला देते हुए नीतिगत दर में कटौती नहीं की.
लेकिन चुनिंदा बैंक शेयरों में लिवाली और डालर के मुकाबले रुपये की मजबूती से बाजार के मनोबल को थोडा सहारा मिला. बीएनपी परिबार फाइनेंशियल में अनुसंधान प्रमुख एलेक्स मैथ्यूज ने कहा कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बाजार की उम्मीदों के अनुरुप रही, ऐसे में रिजर्व बैंक की यथास्थिति बनाये रखने को लेकर प्रतिक्रिया हल्की रही. चालू वित्त वर्ष के दौरान मौद्रिक नीति की तीसरी समीक्षा में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 7.25 प्रतिशत और बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को चार प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा.
उतार-चढाव भरे कारोबार में तीस शेयरों वाला बंबई शेयर बाजार का सूचकांक सुबह कारोबार के दौरान एक समय 28,264.72 अंक तक चला गया लेकिन रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले यह गिर कर 28,000 के नीचे आकर 27,866.12 अंक तक चला गया था. इसी प्रकार, 50 शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी उतार-चढाव भरे कारोबार में 26.15 अंक या 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,516.90 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 8,448.25 से 8,565.15 अंक के दायरे में रहा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.